हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी और एमएलसी कल्वकुंट्ला कविता पर भ्रष्टाचार के आरोप थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मालूम हो कि बीजेपी नेता आरोप लगा रहे हैं कि देश को हिला रहे दिल्ली शराब घोटाले में कविता की हिस्सेदारी है। इस आरोपों के चलते कविता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्हें आदेश मिला कि कोई भी उन पर भ्रष्टाचारा का आरोप न लगाए। लेकिन मंगलवार को ईडी अधिकारियों ने हैदराबाद में उनके करीबी के घरों की तलाशी ली।
इसी क्रम में तेलंगाना कांग्रेस नेता बक्का जुड्सन ने कविता पर एक और बड़ा धमाका किया। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई कि कविता ने फिल्म ‘लाइगर’ में काला धन लगाया है और इसकी व्यापक जांच की जाये।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए जुड्सन ने कविता पर गंभीर आरोप लगाये। जुडसन ने कहा कि विजय देवरकोंडा-पुरी जगन्नाथ की संयोजन बनी फिल्म ‘लाइगर’ में कविता ने काला धन निवेश किया है। इस फिल्म में विश्व बॉक्सिंग चैंपियन माइक टायसन सहित बड़े-बड़े कलाकार है। निर्माताओं ने बिना किसी झिझक के बड़े पैमाने पर धन खर्चा करके इस फिल्म को बनाया है। सवाल किया कि बिना किसी हिट के संघर्ष कर रहे विजय और पुरी जगन्नाथ को इस फिल्म के लिए इतने करोड़ रुपये निवेश करने की हिम्मत कौन करता है?
जुड्सन ने आगे कहा, “हाल ही में कविता ने तेलुगु के शीर्ष निर्माताओं के साथ बैठक की और विजय देवरकोंडा के साथ पैन इंडिया फिल्में बनाने का सुझाव दिया है। अगर भारी बजट के साथ निर्मित फिल्म ‘Liger’ नुकसान होता है तो इस नुकसान को किसने उठाएगा? इस बात का खुलासा होना चाहिए। हाल ही में कविता ने विजय देवरकोंडा को अपने घर बुलाया और बातचीत की। कविता ने अपने काले धन को सफेद करने के लिए लाइगर फिल्म में भारी निवेश किया है। यह सिर्फ हमारा आरोप नहीं है। हमने ईडी और सीबीआई से गहन जांच करने की शिकायत भी की है।
जुड्सन ने यह भी कहा, “2017 में ड्रग मामले में कई फिल्मी हस्तियों को बुलाया गया और उनसे पूछताछ की गई। इनमें कई मशहूर हस्तियों के साथ पुरी जगन्नाथ और चार्मी भी शामिल थी। कुछ समय बाद सभी को क्लीन चिट मिल गई। वहीं से पुरी और चार्मी का कविता से परिचय हो गया। कविता अपने ब्लैक मनी के साथ फिल्में बना रही हैं। इसलिए लाइगर के फ्लॉप होने पर भी किसी को इसकी परवाह या चिंता नहीं है।”
अब देखते हैं जुड्सन के आरोप पर कविता क्या प्रतिक्रिया देती है। हालांकि, लगातार विवादों के चलते के कविता विपक्ष के लिए निशाना बनती जा रही है।