हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के मंत्री बोत्सा सत्यनारायण ने कहा कि अगर विलय किये गये गांवों का जिक्र करते हैं, तो वे आंध्र प्रदेश को हैदराबाद में शामिल किये जाने की मांग करेंगे। यदि विलय किए गए गांवों को तेलंगाना में मिला दिया जाता है, तो आंध्र प्रदेश को भी तेलंगाना में विलय करने के बारे में पूछा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि वे जानते हैं कि विलय किये गये गांवों के लोगों के लिए क्या करना है।
तेलंगाना के मंत्री पुव्वाड़ा अजय कुमार की विलय किये गये गांवों के बारे में की गई टिप्पणी इस समय चर्चा का विषय बना है। आंध्र प्रदेश अनेक नेताओं ने मंत्री पुव्वाडा की टिप्पणी की आलोचना की हैं। पुव्वाड़ा अजय कुमार ने कहा कि पोलावरम परियोजना से भद्राचलम को खतरा है। उन्होंने याद दिलाया कि हमने पहले ही कहा था कि भद्राचलम को बिना किसी खतरे के पोलावरम की ऊंचाई कम किया जाये।
मंत्री बोत्सा ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पुव्वाड़ा अजय अनावश्यक आलोचना से बचे। उन्होंने सीधे सवाल किया कि यदि आंध्र प्रदेश की आय कम हुई तो क्या हैदराबाद में विलय करेंगे?
इसी क्रम में एपी के मंत्री अंबटी रामबाबू ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हर बार गोदावरी में बाढ़ आती है तो नये विवाद उत्पन्न किये जाते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। पोलावरम परियोजना से भद्राचलम शहर को कोई खतरा नहीं है। केंद्र सरकार ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही पोलवरम परियोजना के लिए अनुमति दी है।