हैदराबाद : नागपुर में हुई हिंसा के मामले में मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय मंत्री नेता नितिन गडकरी के खिलाफ नागपुर से लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। हालांकि दोनों ही चुनावों में उसकी जमानत जप्त हो गई थी।
आरोप है कि उसने शुरुआत में थाने में बजरंग दल के खिलाफ शिकायत की थी और लोगों को भड़काया था। नागपुर पुलिस आयुक्त रवीन्द्र सिंघल ने फहीम खान को लेकर कहा कि हिंसा में कुछ लोगों का कोई रोल है या फिर इन्होंने लोगो को उकसाया है। इस बारे में जांच की जा रही है। पुलिस सारे कोणओं से जांच कर रही है। उन्होंने कहा, ”एफआईआर में अभी जो भी आरोपी के नाम हैं, वो सब नागपुर के हैं। कुछ लोग बाहर से और कुछ नागपुर सिटी से भी आए थे।
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल ने 17 मार्च को प्रदर्शन किया था। इसी दौरान नागपुर में अफवाह फैली की धार्मिक चिह्न वाले चादर को जलाया गया। इसी को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ और यह हिंसा का रूप ले लिया। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे।
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पुलिस ने तीन थानों में अब तक 6 एफआईआर दर्ज की है और 51 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 1250 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। इसमें से 100 से 200 लोगों की अब तक पहचान हुई है। सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट वायरल करने वाले लोगों की भी नागपुर पुलिस की साइबर यूनिट जांच रही रही है। 100 से 150 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है।
फहीम खान अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी का नगर अध्यक्ष है और नागपुर के यशोधरा नगर स्थित संजय बाग कॉलोनी में रहता है। पुलिस ने बताया कि सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में दर्ज की गई एफआईआर में फहीम खान का नाम प्रमुख आरोपियों में शामिल है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि फहीम खान ने हिंसा भड़कने से कुछ समय पहले कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया और हिंसा भड़क उठी। (एजेंसियां)