हैदराबाद : मुनुगोडु उपचुनाव पर रिजल्ट को लेकर बड़े पैमाने पर सट्टा लगाया जा रहा है। मतदान के आखिरी तीन घंटों में 20 फीसदी वोटिंग हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि यह वोटिंग ही विजेता को तय करने वाला है। नतीजतन आखिर तीन घंटे के मतदान पर ही बड़े पैमाने पर ही सट्टा लगाया जा रहा है। खबर है कि अब तक एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा सट्टा लगाया जा चुका है। वैसे तो टीआरएस और बीजेपी के उम्मीदवारों की जीत पर हजारों-लाखों रुपये का सट्टा लगाया जा रहा है। सबसे ज्यादा सट्टा टीआरएस की जीत पर लगाया जा रहा है। इसके लिए सट्टेबाजों ने विशेष रूप से एजेंटों को नियुक्त किया है।
सट्टेबाज आईपीएल की तरह ही सट्टेबाज और एजेंट सट्टेबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं। खबर है कि हैदराबाद के कई होटलों में कमरे किराये पर लेकर सट्टा लगाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश में गुंटूर, विजयवाड़ा और विशाखापट्टण में भी एजेंटों को नियुक्त करके सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मतदान के 48 घंटे पहले से ही तेलंगाना में सट्टेबाजी ने रफ्तार पकड़ा है। मतदान के दिन दर्ज मतदान के फीसदी के आधार पर हर दो घंटे में सट्टा लगाया गया है और यह शाम 5 बजे तक उसी स्तर पर जारी रहा। मगर उसके बाद सट्टा तीन गुना बढ़ गया। जिन गांवों में सीएम केसीआर, मंत्री केटीआर और हरीश राव प्रभारी रहे हैं, वहां किसे बढ़त मिलेगी? ईटेला राजेंदर क ससुराल गांव में किस पार्टी को ज्यादा वोट मिलेंगे? इस पर भी काफी सट्टा लगाया गया है।
लगभग सभी एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि मुनुगोडु उपचुनाव में टीआरएस की जीत होगी। लेकिन शाम 5 बजे तक एग्जिट पोल ट्रेंड एक तरह का था। उसके बाद ही असली कहानी शुरू हो गई है। यानी शाम 6 से रात नौ बजे तक 20 फीसदी मतदान हुआ है।
विश्लेषकों का मानना है यही मतदान जीत की लकीर खींचने वाले साबित होगे। क्योंकि जिन मतदाताओं को पहले ही पैसे मिले, वो पहले ही मतदान कर चुके। जिन्हें पैसे नहीं मिले वो शाम तक इंतजार करते रहे। जब उनकी आशा निराशा में बदल गई। वो गुस्से में मतदान केंद्रों में गये और वोट दिया। सभी पार्टियां इन तीन घंटे में दर्ज हुए मतदान पर फोकस किया है।
आपको बता दें कि मुनुगोडु उपचुनाव मतगणना रविवार को सुबह 8.30 बजे से शुरू होगी। वोटों की गिनती 15 राउंड में की जाएगी। अधिकारियों ने इसके लिए व्यापक इंतेजाम किये हैं। इससे पहले सट्टा बाजार गर्म है।