हैदराबाद : सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, हैदराबाद भारत द्वारा 64 वीं मासिक गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया। यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह गोष्ठी होली मिलन समारोह और ई-पत्रिका के लोकार्पण समारोह के रूप में आयोजित की गई। संस्थापिका सरिता सुराणा ने सभी साहित्यकारों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया और होली पर्व धूमधाम से मनाए जाने के लिए हार्दिक बधाई दी। तृप्ति मिश्रा की सरस्वती वन्दना से गोष्ठी का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात् उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित विशेष कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और संस्था द्वारा संचालित शृंखला- ‘नौ दिवसीय मातृ भक्ति गीत महोत्सव’ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने काव्य गोष्ठी के संचालन हेतु संस्था सचिव आर्या झा को सादर आमंत्रित किया।

आर्या ने सर्वप्रथम श्रीमती भावना पुरोहित को काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया। तत्पश्चात् उन्होंने काव्यात्मक शैली में कोलकाता से श्रीमती सुशीला चनानी, सिलीगुड़ी से श्रीमती भारती बजाज बिहानी और श्रीमती बबीता अग्रवाल कंवल को काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया। हैदराबाद से बिनोद गिरि अनोखा, तृप्ति मिश्रा, ज्योति गोलामुडी, अमिता श्रीवास्तव और दर्शन सिंह ने अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। सरिता सुराणा ने आर्या झा को काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया, उन्होंने बनारस से सम्बन्धित मसानी होली की रचना प्रस्तुत की। सभी ने अलग-अलग काव्य विधाओं जैसे गीत, गज़ल, नज़्म, मुक्तक और जोगीरा में अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। अध्यक्षीय काव्य पाठ करते हुए सरिता सुराणा ने सभी सहभागियों की रचनाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और गोष्ठी की सफलता हेतु सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने होली से सम्बन्धित अपनी रचनाओं का वाचन किया।
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गोष्ठी के दूसरे चरण में संस्था द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक डिजिटल पत्रिका- ‘मंजरी’ का लोकार्पण किया गया। इसका कवर पेज और सम्पूर्ण डिजाइन संस्था की संगठन सचिव सुश्री खुशबू सुराणा ने तैयार किया है। इस हेतु सभी सदस्यों ने उनको हार्दिक बधाई और साधुवाद दिया। संस्था की उपाध्यक्ष श्रीमती ज्योति गोलामुडी ने आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत किया और संस्था के आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने सभी सदस्यों से मिलकर काम करने का अनुरोध किया। आर्या झा ने बहुत ही कुशलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया। ज्योति गोलामुडी के धन्यवाद ज्ञापन से गोष्ठी सम्पन्न हुई।