हैदराबाद : केरल निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की है। इसके चलते राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। केरल की राजधानी और शशि थरूर के तिरुवनंतपुरम म्युनिसिपैलिटी में बीजेपी ने भारी जीत हासिल की।
इसके साथ ही 45 साल बाद लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का दौर खत्म हो गया। 101 सदस्यीय तिरुवनंतपुरम नगर निगम में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी ने अब तक 51 सीटें जीती हैं। इसके बाद सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) को सिर्फ 29 सीटें मिलीं। कांग्रेस के पास 16 सीटें हैं। शेष सीटों की गिनती जारी है।
दरअसल पिछले कुछ महीनों से तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ‘अलग सुर’ गा रहे हैं। उन्होंने कई बार कांग्रेस के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है। साथ ही वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी करते दिखे हैं। ऐसे में बीजेपी की तिरुवनंतपुरम में भारी जीत से कार्यकर्ता झूम उठे हैं।
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हालांकि, इस बार चुनाव तीन-तरफ़ा थे। जो कि यूडीएफ, एलडीएफ और बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए के बीच हुए। 9 और 11 दिसंबर को दो फेज में कुल 1199 नगर पालिकाओं और पंचायतों के लिए वोटिंग हुई। इनमें 6 कॉर्पोरेशन, 86 नगर पालिकाएं, 14 डिस्ट्रिक्ट काउंसिल, 152 ब्लॉक पंचायत और 941 ग्राम पंचायतें शामिल हैं।
शनिवार सुबह वोटों की गिनती शुरू होने के बाद शुरुआती ट्रेंड में बीजेपी आगे चल रही थी। एनडीए ने 101 सीटों वाली तिरुवनंतपुरम नगर पालिका में से 51 सीटें जीतीं। सत्ताधारी एलडीएफ को सिर्फ 29 सीटें मिलीं हैं। इसके अलावा बीजेपी गठबंधन ने एलडीएफ की त्रिपुनिथुरा नगर पालिका भी छीन ली है।
तिरुवनंतपुरम के नतीजे के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी की जीत ऐतिहासिक है। हालांकि, यह जीत सिर्फ बीजेपी की ही नहीं, बल्कि डेमोक्रेसी की भी जीत है। उन्होंने यह भी कहा कि वोटर्स के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। साथ ही शशि ने कांग्रेस को भी बधाई दी।
