हैदराबाद : हैदराबाद केंद्र द्वारा तमिलनाडु राज्य के तिरुप्पुर जिले के हिंदी प्रचारकों/अध्यापकों के हिंदी प्रशिक्षण के लिए 24 अप्रैल से 5 मई तक तिरुप्पुर, तमिलनाडु में 458वें नवीकरण पाठ्यक्रम कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन 24 अप्रैल को हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। उद्घाटन समारोह में तिरुप्पुर हिंदी प्रेमी मंडल के अध्यक्ष वी. गोविंद राजु मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। हिंदी प्रेमी मंडल के कार्यकारिणी सदस्य माइलसामी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस प्रशिक्षण में कुल 41 प्रतिभागियों (36 महिला, 5 पुरुष) ने पंजीकरण किया।
नवीकरण पाठ्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे के साथ साथ अतिथि अध्यापक डॉ. साईनाथ चपले, श्री चंद्र प्रताप सिंह ने अध्यापन कार्य किया। डॉ. वी. पद्मावती, डॉ. एन. ललिता राव, डॉ. एस. बालमुरुगन तथा डॉ. अन्बुमणि जी ने विभिन्न विषयों पर विशेष व्याख्यान दिए।
सभी प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के दौरान हिंदी शिक्षण तथा व्याकरण से संबंधित अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया तथा अध्यापकों ने उनकी शिक्षण से संबंधित समस्याओं का समाधान किया। प्रतिभागियों ने हस्तलिखित पत्रिका “तिरुप्पुर कुमारन” नामक की रचना की। अंत में पर-परीक्षण लिया गया। पर-परीक्षण में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को समापन समारोह में पुरस्कृत किया गया।
5 मई को नवीकरण पाठ्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया। समापन समारोह की अध्यक्षता क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे ने की। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में गांधीग्राम मानद विश्वविद्यालय, डिंडीगुल के हिंदी के सह-आचार्य डॉ. चंदू खंदारे उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, त्रिचि के सदस्य तथा कोयंबत्तूर हिंदी प्रेमी मंडल के कोषाध्यक्ष सुंदरनाथन तथा तिलुर पाठशाला, तिरुप्पुर के संस्थापक एवं अध्यक्ष एस. एन. कासलिंगम जी, तिरुप्पुर हिंदी प्रेमी मंडल के अध्यक्ष वी. गोविंद राजु उपस्थित थे।
समापन समारोह में प्रतिभागियों ने पाठ्यक्रम से संबंधित अपने-अपने मंतव्य/प्रतिक्रियाएँ प्रस्तुत कीं। कुछ प्रतिभागियों ने हिंदी देशभक्ति गीत, स्वरचित कविता तथा तमिल लोकगीत तथा देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ सामुहिक नृत्य भी प्रस्तुत किया। उपस्थित सभी महानुभावों ने प्रतिभागियों के प्रस्तुतियों की सराहना की। इस दौरान मंचस्थ अतिथियों के करकमलों से प्रतिभागियों द्वारा रचित हस्तलिखित पत्रिका “तिरुप्पुर कुमारन” का लोकार्पण किया गया। अंत में सभी अतिथियों ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इस नवीकरण पाठ्यक्रम के सफल आयोजन में तिरुप्पुर हिंदी प्रेमी मंडल के अध्यक्ष वी. गोविंद राजु, सचिव एल. संपतकुमार, कार्यकारिणी सदस्य माइलसामी, सेंदिल कुमार, गुर्रम चक्रपाणि आदि पदाधिकारियों ने भरसक प्रयास किया। समापन समारोह का सफल संचालन श्रीमती के. रुक्मिणी तथा श्रीमती मल्लिका द्वारा किया गया। आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री जे. प्रदीप ने किया। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।