लंदन : इटली ने यूएफा यूरो (Uefa Euro) कप जीता है। लंदन के वेम्बली स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल में मेजबान इंग्लैंड की टीम हार गई। यूरो कप 2020 का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला गया। इस मैच में इटली ने शूटआउट के दौर में मेजबान इंग्लैंड को 3-2 से हरा दिया।
इस तरहर इंग्लैंड का खिताब जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया। इटली की टीम ने शूटआउट में खिताबी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। 52 साल के बाद इटली की टीम को यूरो कप जीतने का मौका मिला है। यूरो कप का दूसरा खिताब जीतने के लिए इटली की टीम को पांच दशक से ज्यादा का समय लगा है। साल 1968 के बाद पहली बार इटली की टीम यूरोपियन चैंपियनशिप बनी थी।
दोनों टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला निर्धारित समय और फिर अतिरिक्त टाइम में 1-1 से बराबरी पर रहा। ऐसे में नतीजा निकालने के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया। शूटआउट में इटली ने 3-2 से बाजी मार ली। इंग्लैंड की टीम ने लंबे समय से कोई ट्रॉफी नहीं जीती है।
इस मैच में स्टार खिलाड़ी और कप्तान हैरी केन और स्टार्लिंग खास प्रदर्शन नहीं कर पाये। इसका खामियाजा इंग्लैंड को भुगतना पड़ा। इंजुरी टाइम तक मुकाबला बराबरी पर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट का पहला शॉट इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने लिया और गोल किया। इसके बाद इटली के डॉमेनिको बेरार्डी ने भी गोल दागने में कामयाब हो गये।
इंग्लैंड के हैरी मैग्यूरे ने भी गोल दागा। इटली के आंद्रे बेलोटी चूक गए। इंग्लैंड के पास 2-1 की बढ़त थी, लेकिन इसके बाद इटली के लिए बुनाची और फेडेरिको ने दनादन गोल दागते हुए 3-2 का अंतर कर दिया। दूसरी ओर, इंग्लैंड के मार्कस रशफोर्ड, जादोन सांचो और बुकायो साका ऐसा करने में असफल रहे और इटली की टीम यूएफा यूरो कप जीता।