हैदराबाद : महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से 112 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 100 से अधिक लोगलापता हैं। कोंकण के रायगढ़ जिले में सबसे ज्यादा तबाही मच गई है। इस जिले में तीन स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं है। बताया गया है कि अकेले महाड के तलिये गांव में हुए भूस्खलन से अब तक 52 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं। जबकिर 53 लोग लापता हैं। 33 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।
महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन के अनुसार, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और पुणे में अब तक 112 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं। जबकि 53 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। तलिये गांव के अलावा रायगढ़ जिले के पोलादपुर तालुका में सुतारवाड़ी में भूस्खलन से 5 लोगों की मौत हो गई है। एक लापता है और 15 लोग घायल हो गये हैं।
इसी तरह केवलाले गांव में भी 5 लोगों की मौत और 6 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। वशिष्ठी नदी पर पुल बह जाने के कारण चिपलून की ओर जाने वाला मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। मुंबई-गोवा महामार्ग पर ट्रैफिक जाम हो गया है। महाराष्ट्र राज्य के पुणे में भारी बारिश हो रही है और लगभग सभी नदियां उफान पर हैं। अब तक 1,35,313 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 40,882 लोग कोल्हापुर जिले से हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कोल्हापुर शहर के पास पंचगंगा नदी 2019 में आई बाढ़ के स्तर से भी ऊपर बह रही है। 78000, सतारा में 5656, ठाणे में 6,930 और रायगढ़ जिले में 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है। बारिश के दौरान भूस्खलन और बाढ़ से 3,221 पालतू पशुओं की भी मौत हुई है। सबसे ज्यादा 3024 पशुओं की मौत सतारा जिले में हुई है। इसी तरह रत्नागिरी में 115, रायगढ़ में 33, कोल्हापुर में 27, सांगली में 13, पुणे में 6 और ठाणे में 3 पशुओं की जान गई हैं। सतारा के कई इलाके भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित हुए है।
महाराष्ट्र में बारिश से आई आपदा में राहत बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 34 टीमें लगाई गई हैं। जिसमें से 8 टीमें मुंबई, पुणे और नागपुर में रिजर्व रखी गई हैं। इसके अलावा नौसेना की 7, एसडीआरएफ की 8, कोस्ट गार्ड की तीन और सेना की 6 टीमों समेत वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की भी सेवा ली जा रही है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 59 बोट से लोगों को राहत पहुंचाया जा रहा है। एनडीआरएफ की 48 और एसडीआरएफ की 11 बोट शामिल है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को रायगढ़ के तलिये गांव का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की ओर से हर प्रकार की मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि गांव के बचे लोगों का पुनर्वास किया जाएगा। एक बड़ी त्रासदी का सामना किया है, इसलिए अभी बस अपना ख्याल रखने की जरूरत है। बाकी सरकार पर छोड़ दो।
सीएम ने आगे कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी का पुनर्वास हो और नुकसान की भरपाई की जाए। दूसरी ओर राज्य के आवास मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने कहा कि आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) रायगढ़ जिले के तलिये गांव का पुनर्निर्माण करेगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है। (एजेंसियां)