अमरावती/हैदराबाद/भुवनेश्वर: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा की नींद हराम करने वाला गुलाब चक्रवात तूफान कुछ घंटे पहले ही कलिंगपट्टणम-गोपालापुर तट को पार कर गया। शाम 6.30 बजे तट से टकराये तूफान ने कलिंगपट्टणम के पश्चिम में ओडिशा की ओर बढ़ता गया। इसके साथ ही एक बड़ा संकट टल गया है।
चक्रवात के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापट्टणम जिलों को भारी बारिश से प्रभावित किया। सोमवार तड़के चार बजे तक तूफान के कमजोर पड़ गया। समंदर में उठी बड़ी-बड़ी ऊंची लहरों के बीच छह मछुआरे बंगाल की खाड़ी में लापता हो गए। तूफान कारण अनेक जगहों पर पेड़ गिरे है। अनेक ट्रेने रद्द कर दी गई है। लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया।
मौसम विभाग अधिकारी ने देर रात बताया कि ‘चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ कलिंगपट्टणम से 20 किमी उत्तर में तट पार कर गया। चक्रवाती तूफान लगभग आधी रात को ओडिशा के कोरापुट जिले में प्रवेश किया और उसके छह घंटे बाद कमजोर होकर कम दबाव क्षेत्र में बदल गया है। इसके प्रभाव से ओडिशा के कोरापुट, रायगडा और गजपति जिलों में भारी वर्षा की संभावना है और हवा की गति 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि तूफान का असर अगले दो से तीन घंटे तक जारी रहेगी। इसकी वजह से दक्षिणी जिलों गंजम, गजपति, कंधमाल, रायगडा, नबरंगपुर, कोरापुट और मलकानगिरी के साथ-साथ मध्य तटीय इलाकें केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, खुर्दा, पुरी और नयागढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हुई। रात नौ बजे तक छह जिलों में लगभग 39 हजार लोगों को निकाला गया है।
मौसम विभाग के अनुसार तूफान के पहले 75 से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर पहले ही रेड अलर्ट जारी किया था। शाम पांच बजे के आसपास गुलाब ओडिशा के गोपालपुर से 125 किलोमीटर और आंध्र के कलिंगपट्टनम से 160 किलोमीटर दूर था।
ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 34 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इसके अलावा 13 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है और 17 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है। रेलवे की ओर से पुलों और सिग्नल ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात की और वहां ‘गुलाब’ से पैदा हुए हालात की समीक्षा। मोदी ने दोनों राज्यों को केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। ओडिशा के राज्य के राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया, गजपति व गंजाम जिलों से 5000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इस बार पाकिस्तान ने तूफान का नाम ‘गुल-आब’ रखा है।
विशाखापट्टणम में आईएनएस डेगा और चेन्नई के करीब आईएनएस राजाली को प्रभावित क्षेत्रों में हवाई सर्वे के लिए तैयार रखा गया है।एनडीआरएफ की टीम ने रविवार को आध्रप्रदेश के बंदरुवानीपेट और कलिंगपट्टणम गांव में राहत और बचाव कार्य का अभ्यास किया। दिव्यांगों और बुजुर्गों को पहले ही सुरक्षित और राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है। (एजेंसियां)