हैदराबाद (सरिता सुराणा की रिपोर्ट) : सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, भारत हैदराबाद द्वारा भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस के शुभ अवसर पर भक्ति गीत संध्या का आयोजन बहुत ही धूमधाम से किया गया। संस्थापिका सरिता सुराणा ने सभी प्रतिभागियों का शब्द पुष्पों से स्वागत एवं अभिनन्दन किया और भगवान महावीर के चरणों में शब्द-सुमन अर्पित किए। हैदराबाद की सुप्रसिद्ध गायिका श्रीमती ममता दूगड़ ने मंगलाचरण- मंत्र नवकार प्यारा/है ये सबसे न्यारा बहुत ही मधुर स्वर में प्रस्तुत किया।
उसके बाद कोलकाता से श्रीमती हिम्मत चौरड़िया ने कुछ दोहे और अपना गीत- त्रिशला के नंदन वीरा, त्रिभुवन में होती जयकार है/दिया दुनिया को प्रेम संदेशा, समता, करुणा अभय आधार है प्रस्तुत किए। पीलीबंगा, राजस्थान से कार्यक्रम में उपस्थित प्रसिद्ध गायिका श्रीमती प्रीति डाकलिया ने एक के बाद एक भक्ति गीतों की प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम में समां बांध दिया। उनके गीत के बोल थे- तूं है त्राता, भाग्य विधाता, गरिमामय है तेरी गाथा/मुख पे मेरे गूंजे महावीर नाम तथा जन्म जयन्ती आज महावीर की मनाते हैं, श्रद्धा के भावों से उन्हें बुलाते हैं गीतों का बहुत ही मधुर स्वर में गायन किया।
सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्रीमती प्रभा दूगड़ ने अपने अंदाज में कई भजन प्रस्तुत किए। उन्होंने तिन्नाणं तारयाणं, जय तीर्थंकरम्/प्रभु महावीर को शत-शत नमन/कौन कहता है भगवान आते नहीं, चन्दना की तरह हम बुलाते नहीं तथा वन्दना महावीर लो अभिवंदना! वीर का जन्म अर्थात वीतरागता से रहने की शुरुआत का दिन जैसे भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किए। श्रीमती ममता दूगड़ ने- वीर की पावन जयन्ती को मनाएं हम/पूज्य चरणों में प्रणत हो सिर झुकाएं हम गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी।
श्रीमती हर्षलता दुधोड़िया ने मारवाड़ी भाषा में अपना गीत प्रस्तुत किया- जन्मोत्सव री आई घड़ियां, भगवन नै आज बधावां जी/वीर प्रभु रो जन्मोत्सव है, मिल-जुल आज मनावां जी। अन्त में सरिता सुराणा ने स्वरचित गीत- मन मंदिर में दीप जला मैं बाट निहारूं रे, दर्शन दो महावीर प्रभु मेरे नैना प्यासे रे प्रस्तुत किया और सभी सम्मानित प्रतिभागियों और दर्शकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। बहुत ही हर्षोल्लास पूर्वक महावीर भक्ति गीत महोत्सव सम्पन्न हुआ।