हैदराबाद : स्वर्णमयी तेलंगाना में मुफ्त राशन वितरण बंद हो गया है। हालांकि केंद्र सरकार ने मुफ्त राशन योजना को बढ़ा दिया है। लेकिन टीआरएस सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। एक रुपये में मात्र 6 किलोग्राम चावल देने का फैसला लिया है। केसीआर सरकार के निर्णय से प्रत्येक लाभार्थी 10 किलोग्राम मुफ्त राशन से वंचित हो गये हैं। इससे 2.87 करोड़ लाभार्थी प्रभावित हुए हैं। दूसरी ओर आदिलाबाद, आसिफाबाद, भूपालपल्ली और भद्राद्री कोत्तागुडेम जिलों में केंद्र सरकार की ओर से घोषित फोर्टिफाइड चावल वितरण को लागू कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने कोरोना की शुरुआत के साथ अप्रैल 2020 से मुफ्त राशन वितरण योजना शुरू की है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को हर महीने 5 किलोग्राम चावल दिया जाता है। इस योजना को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया गया है। इस योजना को छह माह तक जारी रखने का मार्च में फिर से निर्णय लिया गया। घोषणा की कि सितंबर तक अतिरिक्त कोटे का राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।
दूसरी ओर तेलंगाना सरकार राशन कार्ड लाभार्थियों को 6 किलोग्राम दे रही है। जब से केंद्र सरकार ने मुफ्त योजना शुरू की, तो तेलंगाना सरकार ने अपने कोटे से एक किलोग्राम टावल घटाया और केंद्र की ओर से दिये गये 5 किलोग्राम में 5 किलोग्राम जोड़कर देते आ रही है। अप्रैल में 10 किलोग्राम का मुफ्त राशन दिया गया। लेकिन केसीआर सरकार ने मई में इसे लागू करना बंद कर दिया। ताजा एक रुपये प्रति किलो के हिसाब से राशन डीलरों को शनिवार को कोटा आवंटित किया। इसके साथ ही रविवार से मुफ्त राशन वितरण बंद कर दिया और एक रुपये किलो दर से छह किलोग्राम चावल लागू किया है।
तेलंगाना में 90.49 लाख राशन कार्ड हैं। 2.87 करोड़ लाभार्थी हैं। केंद्र सरकार 55 लाख कार्डों को सब्सिडी वहन करके राशन दे रहा है। शेष 35 लाख कार्ड धारकों को तेलंगाना सरकार पूरी सब्सिडी पर चावल वितरित कर रही है। इस तरह 2.87 करोड़ लाभार्थियों को अतिरिक्त 5 किलोग्राम चावल दिया जाता है, तो अतिरिक्त 1.43 लाख टन चावल की आवश्यकता होगी। अब यह नहीं मिल रहा है।