आज का सुविचार:- जो व्यक्ति अपनी मौत को हमेशा याद रखता है, वह सदा अच्छे कार्य में लगा रहता है। – डॉ बी आर अंबेडकर
हैदराबाद: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने और गुणवत्ता मानकों का पालन करने के लिए डॉ बी आर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी को तीन प्रतिष्ठित आईएसओ प्रमाण पत्र प्राप्त हुए। ऊर्जा मानक अनुभाग में आईएसओ – 50001: 2018, पर्यावरण और हरित लेखा परीक्षा में आईएसओ 14001: 2015 और उच्च शिक्षा सेवा प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए प्रबंधन और गुणवत्ता मानक अनुभाग में आईएसओ 9001: 2015 प्राप्त हुए हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सीताराम राव एचवाईएम इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन के प्रमुख आलपाटी शिवय्या ने विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रमाण पत्र प्रदान किये। प्रमाणन टीम ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और कई कारकों पर विचार किया। इनमें अकादमिक, प्रशासनिक, लेखा परीक्षा, पर्यावरण और हरित लेखा परीक्षा तथा अध्ययन पर किए गए प्रबंधन पहलू शामिल हैं।
इस अवसर पर शिवय्या ने कहा कि यह प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय की ओर से संचालित कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए दिये गये हैं। इनमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी, राष्ट्रीय कार्यशालाएं, स्मारक व्याख्यान, स्थापना दिवस व्याख्यान, पूर्व छात्रों के साथ बैठकें, संपर्क सह परामर्श कक्षाएं, ऑनलाइन कक्षाओं का प्रभावी संचालन, स्क्रीन पर मूल्यांकन, शिक्षार्थियों को सेवाएं, पूरी तरह से सुसज्जित विज्ञान प्रयोगशालाएं, अनुसंधान, बुनियादी ढांचा और छात्रों के लिए इंटर्नशिप शामिल हैं।
इसी तरह, शिवय्या ने खुलासा किया कि ये प्रमाण पत्र शिक्षण और मूल्यांकन, शिक्षक प्रदर्शन, उपलब्धियों, शिक्षण योजना कार्यक्रमों, पाठ्यक्रम, सामग्री की गुणवत्ता और अपशिष्ट प्रबंधन, हरियाली, कंपोस्ट बेड, वाटरशेड प्रबंधन जैसे सामाजिक पहलुओं में उच्च मानकों को खोजने के बाद प्रदान किए गए हैं।
कुलपित प्रो सीताराम राव ने कहा कि यह विश्वविद्यालय वर्ष 1982 में स्थापित भारत का पहला सार्वत्रिक विश्वविद्यालय है। उन्होंने याद दिलाया कि हम छात्रों को गुणवत्ता और सेवाएं प्रदान करने में सबसे आगे रहेंगे और आने वाले दिनों में कर्मचारियों को और अधिक ईमानदारी से काम करने की जरूरत है।
इस कार्यक्रम में निदेशक अकादमिक प्रो ई सुधा रानी, सीएसटीडी निदेशक प्रो घंटा चक्रपाणि, रजिस्ट्रार डॉ एवीएन रेड्डी, एसआईसीए निदेशक प्रो मधुसूदन रेड्डी, इंजीनियर श्री लक्ष्मी प्रसाद, सभी विभागों के प्रमुख, डीन और सभी ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने भाग लिया।