हैदराबाद: तेलंगाना स्थापना दिवस अवसर पर पद्म श्री पुरस्कार प्राप्तकर्ता दर्शनम मोगुलय्या, अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले निखत जरीन और ईशा सिंह को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मोगुलय्या को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। तेलंगाना सीएमओ ने ट्विटर के जरिए इस बात का खुलासा किया है।
आपको बता दें है कि हाल ही में किन्नेर (एक दुर्लभ संगीत यंत्र) कलाकार दर्शन मोगुलय्या को केंद्र सरकार की ओर से पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। पवन कल्याण की अभिनीत फिल्म भीमला नायक के शीर्षक गीत के चलते मोगुलय्या प्रसिद्ध हो गया था। पद्म श्री पुरस्कार के लिए नामांकित होने पर सीएम केसीआर ने मोगुलय्या को भव्य रूप से सम्मानित किया। साथ ही एक करोड़ देने की घोषणा की।
हाल ही में बीजेपी के एक नेता ने मोगुलय्या से मिले और सवाल किया कि क्या केसीआर ने एक करोड़ रुपये दिये हैं? मोगुलय्या ने जवाब दिया कि अब तक उन्हें पैसे नहीं मिले हैं। इस संवाद के बाद मोगलुय्या ने उस नेता को अपनी पारिवारिक समस्याओं के बारे में बताया। बीजेपी नेता ने उस संवाद का वीडियो रिकॉर्ड करके उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। उसके नीचे व्यंग्य करते हुए लिखा कि केसीआर जी क्या मोगुलय्या को भी टोपी पहनाया है?
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यह संवाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। प्रचार हुआ कि केसीआर ने मोगुलय्या को रकम नहीं दिये। जब मोगुलय्या को इस बात को पता चला तो उसने मीडिया के जरिए बीजेपी नेताओं से कहा कि मैं गरीब हूं। मेरे पेट पर लात मत मारिए। अगर मेरे मुद्दे पर राजनीति करना चाहते हैं तो पद्म श्री पुरस्कार को वापस कर दूंगा।
मोगुलय्या के इस बयान का भी मीडिया में अच्छा कवरेज मिला। शायद यह उसका असर है या नहीं पता नहीं। शायद केसीआर इसी संदर्भ का इंतजार किये हो। तेलंगाना स्थापना दिवस पर केसीआर ने मोगुलाय्या को एक करोड़ रुपये का चेक सौंप दिया। केसीआर उस चेक से उनकी आलोचना करने वालों को चेक लगा दिया।