हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने वीरांगना चाकली ऐलम्मा की जयंती और पुण्यतिथि को आधिकारिक रूप से मनाने का फैसला लिया है।
सरकार ने शनिवार को उक्ताशय का जीओ जारी किया गया है।
इस संदर्भ में एमएलसी बसवराजू सारय्या के नेतृत्व में ‘मन रजक संघम’ के संघम के तेलंगाना के अध्यक्ष माचर्ला उप्पलय्या, संघम के प्रदेश समिति के सदस्य और राष्ट्रीय रजक संघों के कोऑर्डिनेटर मल्लेश कुमार और अन्य ने मुख्यमंत्री से शनिवार को मुलाकात की।
इस दौरान संघम के नेताओं ने चाकली ऐलम्मा के जयंती और पुण्यतिथि को आंधिकारिक रूप से मनाये जाने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि लगभग सौ साल बाद तेलंगाना सरकार ने ऐलम्मा के त्याग और संघर्ष को पहचाना है। इसके एक घंटे के भीतर ही चाकली ऐलम्मा की जयंती और पुण्यतिथि को आधिकारिक रूप से मनाये जाने का आदेश जारी किया गया।
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गौरतलब है कि ऐलम्मा का जन्म वरंगल जिले के रायपर्ती मंडल के कृष्णापुरम गांव में 26 सितंबर 1895 और निधन 10 सितंबर 1985 में हो गया था। धोबी जाति में जन्मी ऐलम्मा ने तेलंगाना में जमीदारों और निजामों के अत्याचार, उत्पीड़न और दमन के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी और अपने विरोधियों को धूल चटाई। पर इतने सालों से उन्हें इतिहास में जो स्थान मिलना चाहिए था वह नहीं मिला। क्योंकि वह एक बहुजन महिला थीं।