हैदराबाद//अमरावती : पूर्व मंत्री एनएमडी फारूक ने कहा कि आंध्र प्रदेश में बीजेपी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की गहरी दोस्ती का सबूत है विजयसाई रेड्डी का पीएसी पद। केंद्र की बीजेपी और सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के बीच गहरी दोस्ती है।
फारूक ने कहा कि वाईएसआरसीपी अल्पसंख्यकों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। साथ ही कहा कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है। साथ ही कहा कि विजयसाई रेड्डी को बड़े पद पर बिठाई है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि विजयसाई रेड्डी ने न्यायमूर्तियों के प्रति अपशब्द कहने वाले कार्यकर्ताओं का पक्ष लिया है। साथ ही उनके साथ खड़े होने की बात भी कही है। ऐसे व्यक्ति को केंद्र सरकार ने पीएसी में सदस्य नियुक्त किया है। सवाल किया कि इसका क्या मतलब निकलता है? विजयसाई रेड्डी की नियुक्ति भाजपा और वाईएसआरसीपी के बीच गहरी दोस्ती का प्रमाण है।
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फारूक ने कहा कि जब टीडीपी सत्ता में थी तब राज्य के हितों के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम किया तो वाईएसआरसीपी ने हंगामा खड़ा किया था। सवाल किया कि अब वाईएसआरसीपी किस मकसद से केंद्र के साथ दोस्ती कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के साथ हुए समझौते के कारण वाईएसआरसीपी शासन काल में अल्पसंख्यक असुरक्षिा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस की बर्बरता के कारण कर्नूल जिले के नंद्याल शहर में अब्दुल सलाम के परिवार ने आत्महत्या की थी। मगर जगन सरकार ने इस मामले को नजरअंदाज कर दिया। इतना ही नहीं, इस मामले पर न ही जांच की गई और न ही किसी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। फारूक ने कहा कि बीजेपी और वाईएसआरसीपी के बीच गहरी दोस्ती के कारण ऐसा किया गया है। आपको बता दें कि बुधवार को एपी बीजेपी ने वाईएसआरसीपी को एक दबंग पार्टी करार देते हुए कहा था कि उसके साथ किसी प्रकार का गठबंधन नहीं है।