अमरावती : आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी के हत्या मामले में नया मोड़ आया। इस हत्या मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व वाहन चालक दस्तगिरी ने इकबालिया बयान (confessional statement) दिया है। विवेकानंद रेड्डी मामले को लेकर दस्तगिरी ने 30 अगस्त को इकबालिया बयान दिया है। विवेकानंद रेड्डी के हत्या मामले में बड़े नेताओं के नामों के साथ सांसद अविनाश रेड्डी के नाम का भी उल्लेख किया है। सीआरपीसी 164(1) धारा के तहत प्रोद्दुटूर कोर्ट में यह स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया। विवेकानंद रेड्डी के हत्या में दौरान चार लोगों के हिस्सा लिये जाने का इकबालिया बयान में है। दस्तगिरी ने अपने स्टेटमेंट में बताया है कि येर्रा गंगी रेड्डी के योजना के मुताबिक सुनील यादव और गुज्जुल उमाशंकर रेड्डी ने मिलकर विवेकानंद रेड्डी की हत्या की है।
दस्तगिरी ने बताया कि बेंगलूर जमीन विवाद में हिस्सा नहीं दिये के कारण विवेकानंद रेड्डी की हत्या की योजना बनाई गई। एमएलसी चुनाव के दौरान वाईएस विवेकानंद रेड्डी के खिलाफ गंगी रेड्डी और वर्तमान कडपा के सांसद अविनाश रेड्डी ने काम किया है। एमएलसी चुनाव में हार के बाद अविनाश के घर में झगड़ा भी हुआ है। इस दौरान विवेकानंद ने सांसद अविनाश रेड्डी, भास्कर रेड्डी और डी शंकर रेड्डी को धमकी दी कि जानबूझक मुझे हराया है…आप सब को देख लूंगा। दस्तगिरी ने इकबालिया कहा है कि एमएलसी चुनाव में धोखा दिये जाने को लेकर येर्रा गंगी रेड्डी, गुज्जुल जगदीश्वर रेड्डी को कार्यालय बुलाकर विवेकानंद रेड्डी ने गाली दी है। इसके बाद कुछ दिनों तक वाईएस विवेकानंद रेड्डी और गंगी रेड्डी के बीच संबंधों में दरार आई।
दस्तगिरी ने बड़ा खुलासा किया कि एक करोड़ रुपये देंगे… विवेका नंद रेड्डी की हत्या करने के लिए गंगी रेड्डी ने मुझे आफर दिया है। इस दौरान गंगी रेड्डी ने कहा, “आप अकेले नहीं, हम भी आएंगे। मिलकर विवेकानंद रेड्डी की हत्या करेंगे।” एर्रा गंगी रेड्डी ने मुझे बताया कि विवेकानंद की हत्या के पीछे अविनाश रेड्डी, वाईएस मनोहर रेड्डी, वाईएस भास्कर रेड्डी, डी शंकर रेड्डी का हाथ है। विवेकानंद रेड्डी की हत्या के लिए 40 करोड़ रुपये की सुपारी दी गई। इनमें से मुझे 5 करोड़ का आफर दिया गया और एक करोड़ रुपये एडवांस में दिये। बाद में सुनील यादव 25 लाख रुपये वापस ले लिया। बाकी बचे 75 लाख मैंने मेरे दोस्त मुन्ना के पास छिपाकर रखा। सुनील यादव और उमाशंकर रेड्डी ने मिलकर विवेकानंद रेड्डी मकान के पास कुत्ते को कार से कुचलकर मार डाला।
दस्तगिरी ने एकाबालिया बयान में यह भी बताया कि 15 मार्च 2019 को सुनील यादव, उमाशंकर रेड्डी के साथ मिलकर विवेकानंद रेड्डी के मकान के कंपाउंड में कूदकर अंदर चले गये है। तब तक घर में बैठे एर्रा गंगी रेड्डी ने दरवाजा खोलते ही हम अंदर चले गये। हमें देखकर विवेकानंद रेड्डी ने आश्चर्य चकि हो गये और कहा कि ये लोग इस समय यहां क्यों आये हैं। इसके बाद विवेकानंद रेड्डी बेड रूम में गये। उनके पीछ गंगी रेड्डी भी गया। बेड रूम में रकम को लेकर दोनों में गंभीर बहस हुई। उस दौरान सुनील ने विवेकानंद को गाली देते हुए हमला किया। सुनील ने विवेकानंद रेड्डी पर अपने साथ लेकर आये कुल्हाड़ी से वार किया। इस हमले में विवेकानंद रेड्डी नीचे गिर गया। इसी दौरान उसके छाती पर कुल्हाड़ी से 7-8 बार सुनील यादव ने जोर-जोर से वार किया।