हैदराबाद : दलित बंधु योजना ने तेलंगाना में हड़कंप मचा दिया है। केसीआर की सरकार ने घोषणा की है कि वह हर दलित परिवार को सीधे 10 लाख रुपये देगी। दलित बंधु रकम का वितरण भी शुरू कर दिया।
विपक्षी दलों का आरोप है कि हुजूराबाद उपचुनाव को ध्यान में रखते ही दलित बंधु को लेकर आये हैं। मगर केसीआर इस पर ध्यान नहीं दे रहे है। अपना काम करते ही जा रहे हैं।
इसके चलते दलित बंधु को लेकर लाभार्थियों की भी उम्मीदें बढ़ी हैं। कुछ लोग अपना नाम सूची में दर्ज कराने के लिए छोटा-मोटा सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। आरोप है कि इसके लिए कुछ नेता सौदेबाजी भी कर रहे हैं।
इसी बीच केसीआर को दलित बंधु योजना को लेकर एक और चुनौती सामने आई है। दलित बंधु केवल दलितों के लिए बल्कि गिरीजन और आदिवासियों के लिए भी लागू करने की विपक्षी दल मांग कर रहे हैं।
इसके अलावा एक और मांग भी उठ रही है। बीसी कल्याण संघ के नेता आर कृष्णय्या ने मांग की कि बीसी को भी बीसी बंधु लोगू किया जाये। तेलंगाना में भी बीसी भी दलितों से पीछड़े हैं। बीसी को बी10 लाख रुपये दिया जाये। इतना ही कृष्णय्या ने बीसी बंधु के लिए आंदोलन का ऐलान किया है। साथ ही घोषणा की है कि 24 अगस्त को पूरे तेलंगाना में धरना और आंदोलन कार्यक्रम किया जाएगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि बीसी बंधु दिया गया तो ही टीआरएस को वोट डालेंगे। वर्ना बीसी वोटर टीआरएस को वोट नहीं देंगे। बीसी बंधु को लागू किये जाने तक केसीआर सरकार को छोड़ने का सवाल ही नहीं है। विश्लेषकों का मानना है कि केसीआर के लिए दलित बंधु गले की हड्डी बन गई है।