हैदराबाद: मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने घोषणा की है कि केंद्र सरकार की ओर से तीन साल पहले लाई गई आयुष्मान भारत योजना को राज्य में लागू किया जाएगा। योजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया भी तैयार की गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सरकार की ओर से मंगलवार को इस आशय का एक बयान किया गया है।
इस योजना को तत्काल लागू करने के बारे में अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने पिछले साल 30 दिसंबर को घोषणा की थी कि वह आयुष्मान भारत योजना को लागू करेगी, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है। विपक्षी दलों और लोगों के बढ़ते दबाव के चलते सरकार ने एक बार फिर बयान जारी किया है। इस योजना के क्रियान्वयन के चलते राज्य के 26.11 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। इन परिवारों में से किसी को भी कोरोना संक्रमित होने पर निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज किया जाएगा। कोरोना टेस्ट भी फ्री में किए जा सकते हैं।
आरोग्यश्री और आयुष्मान भारत योजना में यह हैं फर्क
आरोग्यश्री और आयुष्मान भारत योजना में फर्क है। फिर भी दोनों का मुख्य उद्देश्य गरीबों को निजी और कॉरपोरेट अस्पतालों में कैशलेस इलाज मुहैया कराना है। आरोग्यश्री में एक परिवार को हर साल 2 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज किया जाता है, तो आयुष्मान भारत में 5 लाख रुपये तक का इलाज किया जाता है। आरोग्यश्री में 972 प्रकार की उपचार किये जाते हैं, जबकि आयुष्मान में 1,350 रोगों का इलाज शामिल हैं।
1,887 प्रकार के बीमारियों का इलाज
आरोग्यश्री में 540 प्रोसिजर्स हैं जो आयुष्मान में नहीं हैं, जबकि आयुष्मान में 685 प्रोसिजर्स हैं जो आरोग्यश्री में नहीं हैं। उदाहरण के लिए डेंगू और मलेरिया जैसी चीजों पर आरोग्यश्री लागू नहीं होते हैं, लेकिन आयुष्मान लागू होता है। किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट आरोग्यश्री में हैं, लेकिन आयुष्मान में नहीं। दोनों में सामान्य 430 प्रोसिजर्स हैं। यदि दोनों को एक साथ लागू किया जाता है, तो राज्य के लोगों को निजी अस्पतालों में 1,887 प्रकार के बीमारियों का उपचार निःशुल्क मिलेंगे।
देश में कहीं पर भी इलाज
आरोग्यश्री सभी सफेद राशन कार्ड धारकों पर लागू होता है जबकि आयुष्मान लाभार्थियों का चयन सामाजिक आर्थिक लागत गणना के आधार पर किया जाता है। इसमें राज्य के 26.11 लाख परिवार शामिल हैं। हर परिवार निजी और कॉरपोरेट अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का इलाज नि:शुल्क किया जा सकता है। इस प्रकार 26.11 लाख परिवारों के लिए सालाना लगभग 300 करोड़ रुपये केंद्र सरकार वहन करेगा। राज्य सरकार पर कुछ वित्तीय बोझ कम होगा। देश में कहीं भी इलाज किया जा सकता है।
कैसे लागू करते हैं
राज्य में आरोग्यश्री के 337 अस्पताल शामिल हैं। आयुष्मान भारत के 12 अस्पताल हैं। इनमें से 2 वरंगल और 10 हैदराबाद में हैं। मौजूदा हालात में सरकार आरोग्यश्री के सभी अस्पतालों को आयुष्मान को करने की योजना बना रही है। आयुष्मान भारत पोर्टल में सभी लाभार्थी का विवरण दर्ज किया गया है।
पोर्टल में आवेदन
इस पोर्टल में आवेदन किये जाने पर आपको तुरंत आयुष्मान हेल्थ कार्ड मिल जाएगा। कार्ड को डाउनलोड करने के बाद सूची में दर्ज अस्पतालों में मुफ्त उपचार प्राप्त कर सकते हैं। लाभार्थी का नाम सूची है या नहीं वेबसाइट में (https://mera.pmjay.gov.in/search/login) देखा जा सकता है।