हैदराबाद: फीफा वर्ल्ड कप इतिहास के सबसे रोमांचक फाइनल में अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराया। फुटबॉल के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी का विश्व विजेता बनने का सपना आखिरकार पूरा हो गया। 2014 में खिताब चूकने वाले मेसी की टीम ने फीफा वर्ल्ड कप इतिहास के सबसे रोमांचक फाइनल में फ्रांस को फुल टाइम में 3-3 से स्कोर बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। यह अर्जेंटीना का तीसरा खिताब है।
कतर में फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में अर्जेंटीना की टीम पेनल्टी शूटआउट में डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस को 4-2 से हराकर 36 साल बाद विश्व चैंपियन बनी। पहला हाफ अर्जेंटीना के नाम रहा। इस मैच में स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने पहला गोल दागा। इसके बाद डी मारिया ने गोल दागा। इस तरह से फ्रांस ने अर्जेंटीना पर 2-0 की बढ़त बना ली। दूसरे हाफ के अंत में किलियन एमबापे ने दो गोल दागकर फ्रांस की वापसी कराई।
इससे पहले अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 में ट्रॉफी अपने नाम की थी। पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना के गोलकीपर मार्टिनेज ने कमाल कर दिया। उन्होंने मौके बचाए और मेसी का सपना पूरा कर दिया। इसके साथ ही मेसी का नाम माराडोना के साथ सुनहरे अक्षरों में लिख दिया गया है।
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90 मिनट तक मैच 2-2 की बराबरी पर रहने पर अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंचा। एक्स्ट्रा टाइम के पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। एक्स्ट्रा टाइम के दूसरे हाफ में लियोनल मेसी ने गोल दागकर अर्जेंटीना ने 3-2 से बढ़त बना ली। इसके कुछ ही देर बाद किलियन एम्बाप्पे ने पेनल्टी का फायदा उठाते हुए गोल किया। स्कोर 3-3 से बराबर हो गया। इसके बाद फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में तीसरी बार पेनल्टी शूटआउट में फाइनल मैच पहुंचा। लियोनल मेसी की टीम ने 4-2 से मैच अपने नाम कर लिया।
लियोनेल मेसी की अगुवाई में अर्जेंटीना ने फ्रांस के खिलाफ विश्व कप फाइनल में हाफटाइम तक 2-0 से बढ़त बना ली थी। मेसी ने 23वें मिनट में पेनल्टी किक पर गोल किया। उन्हें यह गोल फ्रांस के डेम्बेले के एंजेल डि मारिया पर फाउल करने पर मिला था। इसके 13 मिनट बाद एंजेल डि मारिया ने दूसरा गोल दागा।
मेसी के अब विश्व कप में पेले के समान 12 गोल हो गए हैं। वह एक ही विश्व कप में ग्रुप चरण और नॉकआउट चरण के हर मैच में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने। मेसी का यह रिकॉर्ड 26वां विश्व कप मैच है और उन्होंने जर्मनी के लोथार मथाउस का रिकॉर्ड तोड़ा। वह 2006 से अब तक पांच विश्व कप में 11 गोल कर चुके है।
दूसरे हाफ में गेम अर्जेंटीना के पक्ष में जाता दिख रहा था कि किलियन एम्बापे ने दो मिनट में दो गाल दागते हुए पासा ही पलट दिया। एम्बापे ने 80वें मिनट में पेनल्टी पर गोल दागा, जबकि 97 सेकंड बाद गेंद जाल में उलझाते हुए फ्रांस को 2-2 की बराबरी पर ला खड़ा किया। पेरिस सेंट जर्मेन में साथी एम्बापे की रफ्तार के आगे मेसी के सूरमा डिफेंडर पूरी तरह फेल हो गए। अर्जेंटीना की दीवार माने जाने वाले गोलकीपर मार्टिनेज भी असहाय दिखे। इस तरह एम्बापे अब मेसी से एक गोल आगे हो गए।
इसके बाद दोनों टीमों की ओर से गोल नहीं लग सके। अर्जेंटीना के पास दो मौके थे, लेकिन फ्रांस के डिफेंस ने गोल नहीं होने दिया। मैच को एक्स्ट्रा टाइम के लिए बढ़ाया गया। 108वें मिनट में मेसी ने गोल दागते हुए टीम को 3-2 की बढ़त दिलाई तो पेनल्टी पर गोल दागते 118वें मिनट में स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। बाद में पेनल्टी शूटआउट में मेसी की टीम नेइतिहास रच दिया। (Agencies)