हैदराबाद : कोलकाता में क्रूर बलात्कार और हत्या मामले पर हर कोई दुखी है। पूरे देश में डॉक्टर्स आंदोलन पर है। ऐसे में अभिनेता जॉन अब्राहम ने आह्वान किया कि किसी को अपने देश से प्यार करने के लिए अंधराष्ट्रवाद में लिप्त होने के बजाय इसकी कमियों की आलोचना करनी चाहिए। साथ ही अभिनेता ने कहा कि यह देश महिलाओं, बच्चों और जानवरों के लिए सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरुषों को यह समझने की जरूरत है कि समाज में महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार किया जाए और उनके संरक्षक बनें।
अभिनेता जॉन अब्राहम ने रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट पर कहा कि भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं। यह दुख की बात है। भारतीय पुरुषों को यह समझने की जरूरत है कि उन्हें अपनी महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। ये बहुत जरूरी है। हर औरत के लिए एक आदमी को एक रक्षक होना चाहिए। क्योंकि मैं हिंदुस्तान से प्यार करता हूं, मैं भारत प्रेमी हूं, बहुत जरूरी है कि मैं भारत की आलोचना करूं। देशभक्ति और अंधराष्ट्रवाद में फर्क है। ‘मेरा भारत महान’ कहने से आप भारत प्रेमी नहीं बनते। आप तब ही भारत प्रेमी बनोगे जब आप समाज में बदलाव लाओगे।
इसी बातचीत में अभिनेता ने कहा कि मेरा एक ही मकसद है जिंदगी में मैं अपनी छोटी सी दुनिया में समाज को बदल सकता हूं। जानवारों को एक स्टेटस दे दूं। जानवरों की जो हालत है हिंदुस्तान में, वह बद से बदतर होती जा रही है। दुख की बात ये है कि जानवरों की सुरक्षा के लिए एक भी कानून नहीं निकला है। जब मैं आपको बताता हूं कि भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं, तो आप बहस नहीं कर सकते। क्या आप इस पर बहस कर सकते हैं? आप इस पर बहस नहीं कर सकते।
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जॉन अब्राहम का बयान ऐसे समय में महत्व रखता है जब कोलकाता में क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। हाल ही में, आलिया भट्ट, परिणीति चोपड़ा, विजय वर्मा और ऋचा चड्ढा जैसी मशहूर हस्तियों ने इस भयावह घटना के बारे में बात करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। अब जॉन अब्राहम का बयान आया है। इस बीच, वर्कफ्रंट पर, जॉन अब्राहम फिलहाल ‘वेदा’ में नजर आ रहे हैं। सच्ची और दर्दनाक घटनाओं से प्रेरित, वेदा जाति-आधारित हिंसा और सामाजिक भेदभाव की अंधेरी और क्रूर दुनिया पर प्रकाश डालती है। उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी मजबूती के साथ टिकी हुई है। (एजेंसियां)