हैदराबाद : रविवार आधी रात को सभी संगीत प्रेमयों ने देखा कि ‘इंडियन आइडल-12’ की चमचमाती ट्रॉफी (Trophy) पवनदीप राजन की हो गई। ‘इंडियन आइडल-12’ के फिनाले में छह कंटेस्टेंट पहुंचे थे। पवनदीप ने ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है। विजेता को शो के जज और लोगों से मिले वोटों के आधार पर किया गया।
फाइनल में पहुंचे वाले छह कंटेस्टेंट्स- पवनदीप राजन, अरुणिता कांजीलार, मोहम्मद दानिश, सायली कांबले, शनमुखाप्रिया और निहाल थे। हर कोई किसी भी जीत के बाद खुशी से झूम उठते है। मगर पवनदीप में ऐसा कुछ नहीं दिखाई नहीं दिया। उन्होंने ट्रॉफी की जीत के बाद मीडिया से कहा कि वह बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहे है। क्योंकि इंडियन के मंच पर आकर हर कोई ट्रॉफी का जीत का हकदार है।
पवनदीप ने आगे कहा कि इतने दिनों से इंडियन आइडल शो के सभी कंटेस्टेंट साथ में रहे हैं। ऐसे महसूस हो रहा था कि यह हमारा एक परिवार है। पवनदीप ने बताया कि शो के समय मैं ज्यादा कुछ सोच नहीं रहा था। मेरे दिमाग में बस एक ही बात थी कि जो कोई भी ट्रॉफी जीतेगा वह हममें से एक दोस्त होगा। क्योंकि हम सब एक बड़े परिवार के सदस्य है। मुझे ट्रॉफी मिली तो मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था। क्योंकि इस ट्रॉफी के सभी हकदार थे और हैं।
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इंडियन आइडल के मंच पर आकर हर कोई ट्रॉफी का जीत का हकदार है।
पवन ने बताया कि इसके बाद हमने प्लान किया कि भविष्य में हम सब एक साथ काम करेंगे। शो के बाद भी एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे। पवनदीप ने यह भी बताया कि शो के समय मेरा परिवार मौजूद था। मेरे कुछ दोस्त भी आये। सभी बहुत खुश और प्रसन्न थे। मैंने ट्रॉफी उठाई तो मेरी मां की आंखों में खुशी के आंसू निकल पड़े थे।
गौरतलब है कि पवनदीप राजन मूल रूप से कुमाऊं के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1996 में चंपावत जिले के वल्चौड़ा गांव में हुआ। उन्होंने चंपावत से ही अपनी पढ़ाई भी की। उनके पिता सुरेश राजन और ताऊ सतीश राजन ने बचपन से ही उन्हें संगीत सिखाया।
पवनदीप को पुरस्कार स्वरूप चमचमाती ट्रॉफी, 25 लाख रुपये और एक कार दिया गया। 12 घंटे तक चले फिनाले में कियारा आडवाणी और सिद्धार्थ मल्होत्रा पहुंचे। इनके अलावा द ग्रेट खली भी शो में मेहमान थे। शो के जज हिमेश रेशमिया, सोनू कक्कड़ और अनु मलिक रहे। ‘इंडियन आइडल’ 12 सीजन को आदित्य नारायण ने होस्ट किया। फिनाले में भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया ने भी शो की शान बढ़ाई।