हैदराबाद : तेलंगाना उच्च न्यायालय ने क्यू न्यूज प्रमुख तीनमार मल्लन्ना उर्फ चिंतपंडु नवीन की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई की। उच्च न्यायालय ने तेलंगाना राज्य सरकार और पुलिस को तुरंत काउंटर याचिका दाखिल करने का निर्देश दिया। इसके बाद अगली सुनवाई दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई।
आपको बता दें कि तीनमार मल्लन्ना ने यह आरोप लगाते हुए तेलंगाना होईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया कि पुलिस जांच के नाम पर उन्हें परेशान कर रही है। मल्लन्ना ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर उसे पुलिस थाने में बुलाकर पूछताछ न कराने का आदेश देने का आग्रह किया है। मल्लन्ना ने दायर याचिका में कहा कि पूछताछ के नाम पर थाने बुलाना और उन्हें परेशान करना असंवैधानिक है। मल्लन्ना ने हाईकोर्ट से उसे थाने में पूछताछ के लिए नहीं बुलाने के आदेश जारी करने का आग्रह किया है। यदि आवश्यक हो तो ऑनलाइन के जरिए पूछताछ करने का आदेश देने का अनुरोध किया।
गौरतलब है कि हाल ही में एक महिला पत्रकार ने साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि तीनमार मल्लन्ना ने उनकी निजता का उल्लंघन किया है। उसने साइबर अपराध पुलिस में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया कि क्यू न्यूज के पूर्व ब्यूरो प्रमुख प्रवीण के साथ उसकी तस्वीरें दिखाकर आपत्तिजनक समाचार प्रसारित किया है। साइबर अपराध पुलिस ने महिला पत्रकार की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। महिला की शिकायत के मुताबिक पुलिस ने क्यू न्यूज कार्यालय की तलाशी ली। कुछ हार्ड डिस्क को जब्त कर ले गई। क्यू न्यूज कार्यालय में पुलिस के पहुंचने पर थोड़ा तनाव उत्पन्न हो गया था।
दूसरी ओर तीनमार मल्लन्ना के खिलाफ स्वामीजी लक्ष्मीकांत शर्मा ने चिलकालुगुड़ा थाना में शिकायत दर्ज कराई है। दो दिन पहले लक्ष्मीकांत शर्मा की शिकायत पर तीनमार मल्लन्ना के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया और थाने बुलाकर करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान तीनमार मल्लन्ना अपने वकीलों के साथ मौजूद थे। इस अवसर पर मल्लन्ना ने कहा कि पुलिस ने मुझे नोटिस दिया है। एक बार फिर पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस दिया है।
उल्लेखनीय है कि तीनमार मल्लन्ना हर दिन किसी न किसी विषय को लेकर मुख्यमंत्री केसीआर को ‘बाताला पोशट्टी’ (अर्थात झूठ बोलने वाला) कहते रहते हैं। इसी तरह उनके बेटे केटीआर और बेटी कविता को भी अलग-अलग नामों से संबोधित करते रहते है। नेताओं को चोर, महाचोर जैसे शब्दों का अक्सर प्रयोग करते है। साथ ही सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते रहते हैं। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में तीनमार मल्लन्ना हाल ही में नलगोंडा-करीमनगर-वरंगल एमएलसी चुनाव में कम वोटों के अंतर से हार गये थे। विश्लेषकों ने इस हार को भी जीत बताया था। विश्लेषकों का आरोप है कि तेलंगाना सरकार ने जानबुझकर मल्लन्ना के खिलाफ यह मामला दर्ज करवाया है।