हैदराबाद: मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) के कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला मिधानि की राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में आयोजित की गई। इस हिंदी कार्यशाला का संचालन दो सत्रों में संपन्न हुआ।
आरंभ में उद्यम के उप प्रबंधक (हिंदी अनुभाग एवं निगम संचार) डॉ बी बालाजी ने कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्रीमती बेला (उप निदेशक एवं प्रभारी, हिंदी शिक्षण योजना, हैदराबाद) तथा सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने हिंदी कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कर्मचारियों से निवेदन किया कि अपने दैनिक कामकाज में राजभाषा हिंदी का प्रयोग करके हिंदी कार्यान्वयन को गति प्रदान करने में प्रबंधन का सहयोग करें।
पहले सत्र में मुख्य वक्ता श्रीमती बेला ने ‘राजभाषा संबंधी संवैधानिक प्रावधान व उनका कार्यान्वयन’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान में राजभाषा संबंधी संवैधानिक प्रावधान पर प्रकाश डालते हुए हिंदी को राजभाषा के रूप में चुनने कारणों को स्पष्ट किया। उन्होंने कार्यालय के कामकाज में राजभाषा कार्यान्वयन के लिए कर्मचारियों के दायित्व को रेखांकित करते हुए राजभाषा अधिनियम, 1963 और राजभाषा नियम 1976 के मुख्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।
कर्मचारियों को हिंदी में कार्यालयीन लेखन के लिए प्रेरित करने व उनके दायित्व के प्रति उन्हें सजग करने के लिए राजभाषा संबंधी निर्धारित लक्ष्यों की जानकारी दी। सत्र के अंत में सभी प्रतिभागियों को कार्यालय का दैनिक कामकाज राजभाषा में करने के लिए शपथ दिलाई।
दूसरे सत्र में उद्यम के हिंदी अनुभाग की अवर कार्यपालक (गैर-संघीय पर्यवेक्षक) श्रीमती डी रत्ना कुमारी ने प्रतिभागियों को कंप्यूटर पर हिंदी टाईपिंग का अभ्यास कराया। इस दौरान उन्हें दैनिक कामकाज में हिंदी के प्रयोग को गति प्रदान करने हेतु उद्यम में राजभाषा संबंधी लागू विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।