हैदराबाद: उत्तर प्रदेश की पुलिस ने हैदराबाद में नाम बदलकर रह रहे गैंगस्टर एक्ट का वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया। गैंगस्टर तेलंगाना में नाम बदल कर रह रहा था। मिली जानकारी के अनुसार, तीन वर्षों से फरार इस आरोपी पर 20 हजार रुपये का इनाम भी था। गिरोह बनाकर गोकशी करता था।
मसौली पुलिस ने आरोपी को तेलंगाना में गिरफ्तार कर ले गई है। इसी क्रम में फतेहपुर पुलिस ने नौ साल से फरार एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
एएसपी पूर्णेदु सिंह ने बताया कि मसौली थाने में तत्कालीन निरीक्षक आरपी रावत ने 30 सितंबर 2019 को बड़ागांव के नूरुल हसन पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा लिखा था। इसके बाद से वह फरार हो गया। एसपी ने आरोपी पर 20 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया था।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपित तेलंगाना के रंगारेड्डी जिला के सुरूरनगर थाना क्षेत्र में नाम बदल कर रह रहा है। क्राइम ब्रांच की मदद से मसौली पुलिस ने 18 जुलाई को उसे तेलंगाना में गिरफ्तार कर लिया। वह वहां एक किराये के मकान में रहता था। आरोपी वहां पर नूरुल मो सदफ के नाम से रह रहा था। इसका आधार कार्ड भी मिला है।
पुलिस ट्रांजिट वारंट लेकर आरोपित को बाराबंकी लेकर पहुंची। मसौली कोतवाल पंकज सिंह ने बताया कि टीम ने एसआइ बृजकिशोर सिंह, करुणेश पांडेय, अंकित त्रिपाठी, अब्दुल रहमान खां, सिपाही रामनरायन राना, अंकित तोमर, अभिमन्यु सिंह और सर्विलांस, प्रवीण शुक्ला अन्य शामिल थे।
दूसरी ओर फतेहपुर थाना निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय ने नौ साल से फरार चल रहे गैंगस्टर एक्ट के आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित ग्राम डीहा मुगलान रसूलपनाह का रहने वाला शकील उर्फ गोगे है जो गोंडा के कटरा बाजार थाना के मुहल्ला रस्तोगी टोला वीरपुर कटरा में छिपकर बैठ था। (एजेंसियां)