हैदराबाद: शादीशुदा महिला के साथ बंदूक तानकर दुष्कर्म किये जाने का आरोप का सामना कर रहे मारेडपल्ली के पूर्व इंस्पेक्टर के नागेश्वर राव के मामले में पुलिस ने कईं सबूत जुटाए हैं। इस मामले की जांच के लिए वनस्थलीपुरम एसीपी पुरुषोत्तम रेड्डी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने दुष्कर्म घटनास्थल से इब्राहिमपट्टनम कार दुर्घटना तक महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किए।
रविवार रात आत्मसमर्पण करने वाले नागेश्वर राव से एसआईटी टीम ने सोमवार को विभिन्न कोणों से पूछताछ की। एसआईटी ने निष्कर्ष निकाला कि प्रारंभिक जांच में अपराध साबित हो गया है। रिवॉल्वर तानकर महिला को अगवा करने का दृश्य सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है। पुलिस ने इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया है। पीड़िता और उसके पति को धमकाने और मारपीट करने के लिए नागेश्वर राव ने अपनी आधिकारिक पिस्तौल का इस्तेमाल किये जाने की शिकायत दर्ज है। इसी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर पिस्टल जब्त कर ली है।
इस मामले में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिक साक्ष्य महत्वपूर्ण होने वाले हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किये हैं। टॉवर लोकेशन ट्रेस मामले की जांच जारी है। सेटलमेंट, वसूली और धमकी के आरोपों के मद्देनजर एसआईटी ने व्यापक जांच के आदेश दिए हैं।
दूसरी ओर मामले की जांच के तहत राचकोंडा पुलिस हस्तिनापुरम के श्री वेंकटरमण कॉलोनी स्थित पीड़िता के घर गई और मामले की तहकीकात की और कई सबूत एकत्रित किये। पुलिस ने पीड़िता के घर के पास, अन्य स्थान, इब्राहिमपट्टनम तटबंध के पास नागेश्वर राव, पीड़िता और उसके पति को देखने वाले कुछ चश्मदीद गवाहों के बयान भी एकत्र किये। इसके बाद पुलिस ने नागेश्वर राव का मेडिकल परीक्षण किया।
बाद में उसे हयातनगर मजिस्ट्रेट के घर पेश किया। न्यायाधीश ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत भेज दिया। इसके चलते पुलिस ने नागेश्वर राव को चार्लपल्ली जेल भेज दिया। अब पुलिस नागेश्वर राव को हिरासत में लेने के लिए कोर्ट में याचिका दायर करने का फैसला किया है।