हैदराबाद (भक्तराम की रिपोर्ट) : आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में प्रतिष्ठित वरिष्ठ डॉ पीके वॉरियर (PK Warrier) का 100वीं वर्षगांठ मनाने के पांच सप्ताह में निधन हो गया। आयुर्वेद जगत के वरिष्ठ पुरस्कारों से सम्मानित डॉ PK वॉरियर, कोट्टकल, मल्लापुरम स्थित, केरल के ‘कोट्टकल आर्य वैद्य शाला’ के कार्यकारी ट्रस्टी का शनिवार को आखिरी सांस ली।
डॉ वॉरियर को साल 1999 में पद्मश्री और साल 2010 में पद्मभूषण से सुशोभित किया गया था। 24 वर्ष की आयु में इन्होंने अपने चाचा वैद्यरत्नम PS वॉरियर के लिए अपना जीवन आयुर्वेद के लिए समर्पित किया और अन्त तक कार्यरत थे।
उन्हीं के प्रेरणा/प्रयास से आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और रिसर्च सेंटर की स्थापना हुई और विशाल हॉस्पिटल तथा फैक्टरी का निर्माण, आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के पुनःनिर्माण में विश्व स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित निर्माण किया। भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने इनकी चिकित्सा का लाभ उठाया।
भक्तराम आयुर्वेद डॉ पीके वारियर के साथ
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “डॉ पीके वारियर के निधन से दुखी हूं। आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना। ओम शांति।”
Saddened by the passing away of Dr. PK Warrier. His contributions to popularise Ayurveda will always be remembered. Condolences to his family and friends. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2021