हैदराबाद : मार्क्सवाद कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने कहा है कि बीजेपी की सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ देश में व्यापक संयुक्त मोर्चे की जरूरत है। इसके लिए जन आंदोलनों को मजबूत करना ही एकमात्र तरीका है। यह तब ही संभव है जब कम्युनिस्ट पार्टियों को मजबूत होना है और धर्मनिरपेक्षतावादियों को शामिल किया जाये।
रविवार को हैदराबाद के तुर्कयमजाल में सीपीएम का तीसरा प्रदेश का सम्मेलन शुरू हुआ। पार्टी के वरिष्ठ नेता सारमपल्ली मल्ला रेड्डी ने सीपीएम का झंडा फहराया। बाद में पार्टी के नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद हुए कार्यक्रम में सीताराम येचुरी ने सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने आगे कहा कि जब भाजपा दूसरी बार सत्ता में आई, तब से देश की पूरी संपत्ति को कॉर्पोरेट जगत को सौपा जा रहा है। साथ ही धार्मिक राजनीति करते हुए अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 (ए) को निरस्त किया। सीएए, एनआरसी और एनपीआर क लेकर आगे आई है।
येचुरी ने कहा कि अमेरिका के लिए एक जूनियर की तरह मोदी सरकार काम कर रही है। उस देश के सामने मोदी एक कठपुतली की तरह खेल रहे हैं। माकपा की बैठकों में मौजूद भाकपा के तेलंगाना सचिव चाडा वेंकट रेड्डी ने कहा कि देश में सभी कम्युनिस्टों के बीच एकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टीआरएस का शासन लोकतांत्रिक ढंग से काम नहीं कर रही है। प्रदेश की जनता केसीआर को सबक सिखाने के लिए तैयार है।
सीपीएम एपी सचिव वीएस श्रीनिवास राव ने कहा कि दोनों तेलुगु राज्यों का विभाजन होने के बाद भी मिलजुलकर रह रहे हैं। सभा में भाग लेने के लिए आने वालों को एन95 मास्क और सेनेटाइजर मुहैया कराया गया।