हैदराबाद : तमिलनाडु में सेना के हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया हैं। इनमें आंध्र प्रदेश के लांस नायक साईं तेजा भी शामिल हैं। साईं तेजा चित्तूर जिले के येगुवरेगडिपल्ले गांव का रहने वाला है। बड़ी लगन के साथ सेना में शामिल हुआ। वह एक ड्राइवर के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया और सीडीएस बिपिन रावत के व्यक्तिगत सुरक्षा गार्ड के स्तर तक पहुंच गया।
इसी क्रम में हैदराबाद निवासी और सेना के पूर्व मेजर भरत सिंह रेड्डी ने मीडिया से साई तेजा के बारे में जो कोई नहीं जानते, वह बातें शेयर किया है। कहा कि सबसे कठिन प्रशिक्षण लेने वाले साई तेजा को यह मौका मिला है। साई तेजा की मौत सेना के लिए बड़ी क्षति है।
पूर्व मेजर भरत सिंह रेड्डी ने कहा, “मैंने पैराशूट रेजिमेंट स्पेशल फोर्सेज में सेवा की है। साई तेजा भी वहीं पर काम करता था। इस मायने में वह मेरा भाई है। सेना का हर जवान पैरा कमांडो नहीं हो सकता। बहुत बहादुर और लगनशील होते है। कमांडों का चयन तीन महीने की चयन प्रक्रिया के बाद प्रशिक्षण के लिये किया जाता है।”
पूर्व मेजर ने आगे कहा, “तीन-चार साल के प्रशिक्षण के बाद वह पैरा कमांडर होता है। कुल सेना में पैरा-कमांडो दस फीसदी भी नहीं हैं। मगर हर साल सेना में काम करने वालों को 100 लोगों को पदक दिये जाते हैं, तो इनमें 75 लोग पैरा कमांडों होते हैं। अर्थात सेना में पैरा कमांडर उतना महत्व होता है। ऐसे बहादुर, लगन और साहस वाले साई तेजा का निधन सेना के लिए बहुत बड़ी क्षति है।”
भरत सिंह रेड्डी ने आंध्र प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि कम उम्र में देश सेवा में अपनी जान गंवाने वाले साई तेजा के परिवार को आवश्यक मदद करनी चाहिए। साईं तेजा चित्तूर जिले के येगुवरेगडिपल्ले गांव में मातम छा गया है।
आपको बता दें कि गुरुवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीडीएस बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पालम एयरबेस पहुंचकर सैन्य हेलीकाप्टर दुर्घटना में दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के परिवारों से मुलाकात की।
भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। हर कोई नम आंखों से अपनी श्रद्धांजलि दे रहा हैं। अंतिम श्रद्धांजलि देने राज्य के मुख्यमंत्री स्टालिन भी पहुंचे। तेलंगाना की गवर्नर और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद इन्हें वायु सेना के विमान से दिल्ली लाया गया। एयरपोर्ट के रास्ते में उनके पार्थिव शरीर पर फूलों की बारिश की गई।
साथ ही सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। यह सभी हेलीकाप्टर क्रैश में अपनी जान गंवाई। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है।