अमरावती : आंध्र प्रदेश में एक ही गांव में स्कूल जा रहे चार छात्रों की एक महीने के भीतर संदिग्ध तरीके से मौत हो गई। कुछ और छात्रों को अस्वस्थता के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया हैं। पश्चिमी गोदावरी जिले में घटित इस घटना से हड़कंप मच गया है। इसके चलते ग्रामीणों ने स्कूल को बंद कर दिया है। छात्रों को क्या हो गया, समझ में नहीं आ रहा है। पश्चिमी गोदावरी जिले के कोय्यलगुडेम मंडल के बोडीगुडेम स्कूल के चार छात्र 36 दिनों के भीतर अज्ञात बीमारी से मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, बोडिगुडेम में जेडपी हाई स्कूल से थोड़ी दूरी पर एक प्राथमिक पाठशाला है। इस स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ रहे मधु (15) की बुखार के कारण राजमंड्री के एक अस्पताल में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई। इससे पहले 30 अक्टूबर को छठवीं कक्षा में पढ़ रहे पेरिबोइना रामांजनेयुलू (11) की मौत हो गई थी।
इसके बाद नवंबर महीने में दो दिन के भीतर दो छात्रों की मौत हो गई। 25 नवंबर को नौवीं कक्षा के छात्र जक्कू श्रीनु (14) और इसके अगले दिन आठवीं कक्षा के छात्र काटुबोइना प्रशांत (13) की मौत हो गई थी। इन दो स्कूलों के लगभग 50 छात्रों का बुखार से संबंधित लक्षणों के चलते विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है। इस तरह एक महीने के भीतर छात्रों की मौत हो जाने से गांव में मातम छा गया है।
इसी क्रम में ग्रामीणों ने हालात में सुधार आये तक स्कूल को बंद कर छात्रों को अपने-अपने घर भेज दिया है। स्कूल में चार छात्रों की मौत हो जाने की जानकारी मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात की समीक्षा की। गांव में चिकित्सा शिविर स्थापित किया और लोगों की स्वास्थ्य की जांच की। स्वास्थ्य के जिला चिकित्सा अधिकारी नायक ने कहा कि अस्पताल में डेंगू बुखार है। मगर उनकी जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि छात्रों की मौत किस वजह से हुई है।
इस अवसर पर पश्चिम गोदावरी डीईओ रेणुका ने कहा कि स्थिति में सुधार होने तक स्कूलों को बंद किया जाना ठीक नही है। उन्होंने सुझाव दिया कि माता-पिता छात्रों को स्कूल भेजने पर पुनर्विचार करें।