हैदराबाद : ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) बड़े पैमाने पर कर्ज में डूब गया है। हर दिन करोड़ रुपये का ब्याज दे रही है। अधिकारियों ने बताया कि सरकार की ओर से GHMC को एक रुपये की सहायता भी नहीं मिल रही है।
जीएचएमसी पर पहले से ही 4,590 करोड़ रुपये का कर्ज है। राज्य सरकार ने 600 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान करना बंद कर दिया है।
जीएचएमसी के सिर पर परियोजनाओं का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। ऐसी हालात उत्पन्न हो गई है कि पहली तारीख आते ही ब्याज और किश्तों के भुगतान करने को लेकर जीएचएमसी वित्त विभाग के नाक में दम आ रहा है। पैसा नहीं होने के कारण वेतन और अन्य का भुगतान देरी कर रही है।
उन्होंने कहा कि निगम का प्रबंधन ठीक प्रकार से नहीं चल रहा है। ठेकेदारों के बिल भुगतान भी रोक दिये गए हैं। बलदिया को बकाया होने पर जबरन वसूल करना अधिकारियों की आदत है। मगर अब प्रदेश सरकार ही जीएचएमसी का बड़ा कर्जदार हो गया है।