हैदराबाद: पुलिस ने अग्निपथ के विरोध में शुक्रवार को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में आगजनी और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 52 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आगजनी मामले की साजिश के एंगल से जांच कर रही है। पुलिस ने जांच में पाया कि इस आगजनी में 200 से अधिक सेना के उम्मीदवारों ने भाग लिया था।
इसी क्रम में सिकंदराबाद रेलवे डिविजनल प्रबंधक गुप्ता ने कहा कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन आगजनी में 12 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। ट्रेनों के रद्द होने से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। ट्रेनों में ले जाने वाले यात्री सामान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।
गुप्ता ने बताया कि पांच रेल इंजन और 30 बोगियां नष्ट कर दी गईं। हालांकि डीजल टैंकर की बड़ी दुर्घटना टल गई है। अगर पावर कार में आग लग जाती तो बड़ी मात्रा में संपत्ति और जानमाल का नुकसान होता। इस समय सभी रेलवे गूड्स को बहाल कर दिया गया हैं। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर स्थिति सामान्य है।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार के नये ‘अग्निपथ’ योजना पर सेना के उम्मीदवार नाराज हो गये। आर्मी भर्ती प्रक्रिया में क्वालिफाई की, मेडिकल जांच परीक्षा भी पूरी की और अब केवल परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। इस बीच अग्निपथ योजना की घोषणा से सेना के उम्मीदवार चिंतित हो गये।
योजना के अनुसार, लगभग दो हजार लोग सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में प्रवेश किया और कई ट्रेनों को नष्ट कर दिया। इंजन और बोगियों में आग लगा दी। रोकने गई पुलिस पर पत्थरों की बारिश की। आंदोलनकारियों को रोकने के प्रयास में आरपीएफ के जवानों के फायरिंग में वरंगल जिले के एक युवक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गये।