हैदराबाद : पुलिस अक्सर कहती है कि देश पर राज करने वाले नेताओं से लेकर आम आदमी तक यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। लेकिन कुछ अधिकारी जो लोगों के लिए मार्गदर्शन या प्रेरणा के स्रोत होते है, नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि यह नियम उन पर लागू नहीं होता है।
पुलिस ने हाल ही में घोषणा की है कि अगर एक भी चालान लंबित है तो वे वाहन को जब्त कर लेंगे। अगर एक ही वाहन पर 23 चालान लंबित हैं, वह कार जिला कलेक्टर की है तो पुलिस क्या कार्रवाई करेगी? नेटिजन्स अब यही सवाल कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, जनगांव जिलाधीश सरकारी वाहन पर दो साल में (30 अगस्त तक) 23 बार जुर्माना लगाया गया है। इनमें से 22 तेज रफ्तार के लिए और एक बार ट्रैफिक सिग्नल पर जेब्रा क्रॉसिंग के लिए लगाये गये थे।
इन चालानों की कुल राशि 22,100 रुपये हैं। यूजर चार्ज 805 रुपये सहित कुल 22,905 रुपये का जुर्माना लंबित है। इनमें से आधे से ज्यादा चालान हैदराबाद रिंग रोड पर तेज रफ्तार से वाहन चलान के कारण लगाये गये हैं।
लोग सवाल कर रहे हैं कि सड़क हादसों पर नकेल कसने वाली तेलंगाना पुलिस इस कलेक्टर वाहन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? नेटिज़न्स यह भी मांग कर रहे हैं कि इस सवाल का पुलिस जवाब दें और अधिकारी के वाहन के खिलाफ उचित कार्रवाई करें तथा नियमों को लागू करने में जनता के लिए मार्गदर्शन बन जाये।