हैदराबाद : दुनिया को तहस-नहस कर चुका कोरोना वायरस एक बार फिर लोगों में दहशत पैदा कर रहा है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के रूप में एक और खतरा मंडरा रहा हैं। इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने देशों को पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है। भारत में तहस नहस करने वाले कोरोना डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन 6 गुना तेजी से संक्रमित होने का खतरा है।
पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गये ओमिक्रॉन वेरिएंट एक महीने के भीतर कई देशों में फैल चुका है। चिंता की बात यह है कि हाल ही में भारत में भी ओमिक्रॉन के मामले दर्ज किये गये हैं। केंद्र ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि बैंगलोर में दो ओमिक्रॉन मामलों की पहचान की गई है। दो दिन पहले हैदराबाद में भी ओमिक्रॉन मामले से हड़कंप मचा था।
अधिकारियों ने बताया कि विदेश से आई एक महिला में ओमिक्रॉन के लक्षण पाये गये। उसे गच्चीबौली टिम्स अस्पताल भेज दिया गया और वहां पर उसे क्वारंटाइन में रखा गया है। उसके नमूने एकत्र किये गये और जीनोम सीक्वेन्सिंग के लिए भेजे दिये गये हैं। अब यह देखना बाकी है कि यह कोरोना डेल्टा वेरिएंट या ओमिक्रॉन वेरिएंट है।
इस बीच एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है। विदेशों से हैदराबाद (शमशाबाद) एयरपोर्ट पर पहुंचे यात्रियों में से 13 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते विदेशों से आये यात्रियों के लिए किये गये टेस्टिंग में 13 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं।
पॉजिटिव पाये गये यात्रियों को तुरंत इलाज के लिए गच्चीबौली टिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनके नमूने को जीनोम सीक्वेन्सिंग के लिए भेज दिये गये हैं। डॉक्टरों ने कहा है कि फिलहाल उनकी सेहत स्थिर है। हालांकि उनके संक्रमित कोरोना वेरिएंट पर स्पष्टता आना बाकी है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन तक समय लग सकता है।