जयपुर: सैंट ज़ेवियर विद्यालय में 23 सितंबर को फुल मार्क्स के तत्वाधान में कला समाहित हिंदी भाषा शिक्षण : एक अवलोकन (नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में) पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 55 cbse विद्यालयों के 150 से भी ज्यादा हिंदी शिक्षक और शिक्षिकाओं ने भाग लिया।
विषय विशेषज्ञा के रूप में डॉ. नूतन स्मृति (सुप्रसिद्ध शिक्षाविद एवं लेखिका) को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के प्राचार्य फ़ादर एम. आरोकियम (एस. जे.) ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया और कहा कि हिंदी भाषा द्वारा विद्यार्थियों की रचनात्मकता और सशक्त सम्प्रेषण, जो कि इक्कीसवीं सदी के महत्वपूर्ण कौशल हैं, उन्हें निखारा जाना चाहिए।
विषय विशेषज्ञा ने नई शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा और हिंदी भाषा के महत्व को समायोजित करने, संस्कृति को बढ़ावा देने तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, समावेशी शिक्षण और कला समेकित शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। कार्यशाला अत्यंत उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक रही। फुल मार्क्स प्रशासन के जोनल मैनेजर अनिल भार्गव ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यशाला का समापन हुआ।