हैदराबाद: अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर मुहर लगने के साथ तालिबान ने अमेरिका समेत सभी मुल्कों को बड़ा और चेतावनी भरा संदेश दिया है। तालिबान प्रवक्त ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट से अमेरिकी वापसी के दौरान रनवे पर ही तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि यह दूसरे देशों के लिए सबक है। तालिबान के प्रवक्ता जाबिउल्लाह मुजाहिद (Taliban spokesman Zabihullah Mujahid) ने कहा कि अफगानिस्तान को बधाई। यह जीत हम सब के लिए है। यह जीत दूसरे हमलावरों के लिए सबक है।
इस्लामिक कट्टरपंथी समूह तालिबान ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों का अभियान खत्म होने के बाद सड़कों पर जश्न मनाने पर उतर आये हैं। तमाम तालिबान लड़ाके सड़कों पर फायरिंग करते पाये गये हैं। 20 साल लंबे संघर्ष के बाद अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान की नई सरकार जल्द गठित होने के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका के आखिरी विमान ने सोमवार रात को काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी और अमेरिकी इतिहास के सबसे लंबे सैन्य अभियान का अंत हो गया है।
अमेरिका ने तालिबान के काबुल पर 15 अगस्त को कब्जे के बाद बीते दो हफ्तों में 1 लाख 23 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित देश से निकाला है। अमेरिकी सैनिकों के रवाना होते ही तालिबान लड़ाकों ने जल्द ही पूरे हवाई अड्डे पर कब्जा जमा लिया और हवा में गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। अमेरिका ने 2001 में हमले के बाद अलकायदा और उसका समर्थन करने वाले तालिबान को उखाड़ फेंकने के लिए अफगानिस्तान में ऑपरेशन एंड्योरिंग फ्रीडम शुरू किया था।
इसी क्रम में तालिबान के कब्जे के साथ ही अफगान नागरिकों को डर है कि उन पर 1996-2001 के तालिबान शासन की तरह जुल्मोसितम फिर शुरू हो सकता है। लड़कियों की पढ़ाई और महिलाओं के खुलेआम घूमने पर पाबंदी लगाई जा सकती है। इसके लिए वहां की महिलाओं ने कड़ा संघर्ष करने के बाद हासिल किया था। (एजेंसियां)