हैदराबाद: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सेना के उम्मीदवारों से शनिवार को हिंसा व आगजनी बंद करने तथा बातचीत के लिए आगे आने का अनुरोध किया। मंत्री ने कहा कि सरकार खुले मन से उनकी शिकायतें सुनने और जरूरत पड़ी तो बदलाव करने के लिए तैयार है। ठाकुर ने आगे कहा कि अग्निपथ योजना नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से भविष्य में देश को अधिक सुरक्षित बनाने और देश के युवाओं को अवसर प्रदान करने की दिशा में लिया गया एक ऐतिहासिक निर्णय है।
मंत्री ने कहा कि जो युवा देश की सेना में भर्ती होना चाहते हैं, वे कभी हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। लेकिन किसी भी बदलाव रोकने के एजेंडे में लगे रहने वाले कुछ राजनीतिक दलों ने युवाओं को उकसाया है। उन्होंने मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा, “मैं देश के युवाओं से अनुरोध करना चाहता हूं कि हिंसा का मार्ग आपको कहीं नहीं ले जाएगा। लोकतंत्र में आपको विरोध करने का अधिकार है। लेकिन सरकारी संपत्ति में आग लगाने का नहीं। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।”
ठाकुर ने कहा, “यदि आपके पास कोई बेहतर सुझाव है, तो आप लोकतांत्रिक तरीके से अपने विचार अपने मंच या मीडिया के सामने रख सकते हैं या हमें बता सकते हैं। सरकार खुले मन से विचार करने के लिए हमेशा तैयार है।”
मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा है कि फौज से निकलने वाले युवाओं को देश के 15-16 लाख फिजिकल टीचर के पदों पर नौकरी मिल सकती है। केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से किसी के बहकावे में भी नहीं आने का सुझाव दिया। साथ ही कहा, “युवाओं से अपील है कि हिंसा का रास्ता न अपनाये और किसी के बहकावे में न आये। अगर सरकार अपनी बात समझाने में विफल रही है तो वो आगे समझाएगी।” (एजेंसियां)