हैदराबाद : हुजूराबाद उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी राजनीतिक दलों में जोश आ गया हैं। सत्तारूढ़ टीआरएस और बीजेपी आमने-सामने यानी दोनों के बीच कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है। टीआरएस ने गेल्लु श्रीनिवास यादव को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है और चुनाव प्रचार भी जोरों पर कर रही है। प्रतिद्वंद्वी ईटेला राजेंदर को धूल चटाने की नई रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है। बीजेपी के उम्मीदवार ईटेला भी अपने ही अंदाज में आगे बढ़ रहे हैं। केसीआर सरकार की अनियमितताओं को लोगों के सामने बखूबी पेश कर रहे हैं। साथ ही यह चुनाव केसीआर के अंहकार और हुजूराबाद के लोगों के सम्मान के बीच होने का होने की भावना भी लोगों में भड़का रहे हैं।
मगर पिछले चुनाव में दूसरे स्थान पर रही कांग्रेस पार्टी ने अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। क्योंकि पिछले बार चुनाव लड़ चुके कांग्रेस के उम्मीदवार पाडी कौशिक रेड्डी टीआरएस में शामिल हो गये है। इसके चलते कांग्रेस अब अन्य उम्मीदवार को चुनावी जंग में उतारने पर विचार कर रही है। पहले पोन्नम प्रभाकर का नाम सामने आया था। मगर सामाजिक समीकरणों के चलते पीछे हट गये। इसके बाद कोंडा सुरेखा का नाम लगभग तय हो जाने के संकेत मिले थे। किंतु स्थानीयता के कारण उस पर भी फैसला नहीं लिया गया।
जल्द ही हुजूराबाद उपचुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है। ऐसे समय में टीपीसीसी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने हुजूराबाद के लिए पार्टी के उम्मीदवार पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हूजूराबाद उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। एक रणनीति के तहत ही कांग्रेस पार्टी ने अब तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। उम्मीदवार के चयन के लिए गठित सीएलपी कमेटी ही अंतिम फैसला करेगी। दो-तीन दिन में उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। इतना ही नहीं जो पार्टी और व्यक्ति कांग्रेस पार्टी के साथ आना चाहते उनका स्वागत है। रेवंत रेड्डी ने बुधवार को गांधी भवन में मीडिया से यह बात कही।
रेवंत ने आगे कहा कि केसीआर की योजनाएं, ‘हाथी के दात दिखाने के अलग और खाने के दात अलग’ जैसे हैं। तेलंगाना में शहीदों की त्याग की कीमत नहीं है। इस दौरान रेवंत रेड्डी ने 2 अक्टूबर से 9 दिसंबर तक आयोजित किये जाने वाली कार्यप्रणाली की भी घोषणा कर दी। इसी क्रम में 9 दिसंबर को छात्रों और युवकों के साथ विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। फीस पुनर्भुगतान बकाया होने के कारण हजारों छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। उन्होंने तेलंगाना सरकार से सवाल किया कि बेरोजगार भत्ता देते या नहीं? रेवंत रेड्डी ने ‘बेरोजगार छात्र जंक साइरन’ कार्यक्रम की भी घोषणा की है।