हैदराबाद: खैरताबाद गणेश इस साल पंचमुखी लक्ष्मी गणपति के रूप में भक्तों को दर्शन देगी। अब तक खैरताबाद गणेश महोत्सव समिति प्लास्टर ऑफ पेरिस से गणेश की प्रतिमा स्थापित करती थी। इस बार 50 फुट ऊंची प्रतिमा पूरी तरह से मिट्टी से बनाई जाएगी। खैरताबाद गणेश महोत्सव समिति ने सोमवार को इस साल विनायक चवती के अवसर पर खैरताबाद में स्थापित किये जाने वाली गणेश प्रतिमा का मसौदा (नमूना) जारी किया।
बायीं ओर त्रिशक्ति महागायत्री देवी और दायीं ओर सुब्रमण्यस्वामी दर्शन
पंचमुखी लक्ष्मी गणपति को बायीं ओर त्रिशक्ति महागायत्री देवी और दायीं ओर सुब्रमण्यस्वामी दर्शन दिये जाने के साथ डिजाइन किया जाएगा। उत्सव समिति के संचालक राज कुमार ने बताया कि पिछले दो सालों से लोग कोरोना और नौकरियां नहीं मिलने से परेशान है। इसके चलते वेदपंडित विट्ठल शर्मा के सुझाव पर पंचमुखी लक्ष्मी गणपति को स्थापित किया जा रहा है।
40 कलाकार
उन्होंने आगे कहा कि अगर मिट्टी में कुछ खास तरह के पदार्थों को मिलाया जाए तो गणेश की मूर्ति प्लास्टर ऑफ पेरिस से भी ज्यादा मजबूत होगी। प्रतिमा को जुलूस में ले जाने और विसर्जित करने के योग्य डिज़ाइन किया गया है। पहले से ही 40 कलाकार मूर्ति बनाने का काम कर रहे हैं। विनायक चवती से दो या तीन दिन पहले यानी अगले 68 दिनों में मूर्ति को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है।
पर्यावरणविद प्रसन्न
दरअसल पर्यावरणविद हमेशा से कह रहे हैं कि खैरताबाद महागणपति को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाए। इससे पहले तत्कालीन राज्यपाल नरसिम्हन ने भी इसकी इच्छा जाहिर की थी। इसके साथ ही आयोजक हर साल महागणपति प्रतिमा की ऊंचाई को एक-एक फीट कम करते आ रहे हैं। खैरताबाद महागणपति को इस बार मिट्टी की मूर्ति बनाये जाने पर पर्यावरणविद प्रसन्नता व्यक्त किया है।