हैदराबाद : महाराष्ट्र विधानसभा में नागपुर हिंसक घटना पर गहमागहम बहस चली। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर विधानसभा में प्रतिक्रिया दी। सीएम ने कहा कि नागपुर की हिंसा एक सोची-समझी साजिश है। किसी को भी कानून हाथ में लेन की इजाजत नहीं है। फडणवीस ने यह भी कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुछ खास घरों और दुकानों को ही निशाना बनाया गया। उन्होंने उन बातों का भी जिक्र किया, जिससे साफ है कि नागपुर हिंसा एक साजिश थी।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने महाराष्ट्र की शीतकालीन राजधानी में विरोध प्रदर्शन किया। जानबूझकर कुछ लोगों ने अफवाहें फैलाई गईं कि धार्मिक चीजें जलाई गईं। यह एक सोची-समझी साजिश लगती है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नागपुर हिंसा में पुलिसकर्मियों को लगी चोटें लगी है। पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। तीन पुलिस उपायुक्त घायल हुए हैं। एक पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। हिंसक घटनाओं में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पांच घायल नागरिकों में से तीन को छुट्टी दे दी गई है और एक अभी भी आईसीयू में भर्ती है। नागपुर के 11 पुलिस स्टेशनों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। मामले में पांच अलग-अलग एफआईआर दर्ज किये गये हैं।
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मुख्यमंत्री ने बड़ा खुलासा किया कि हिंसा स्थलों से पत्थरों से भरी एक ट्रॉली पाई गई है। कुछ खास घरों और संस्थानों को निशाना बनाया गया। हम निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे और जिन्होंने कानून और व्यवस्था को अपने हाथों में लिया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। फडणवीस ने बतााय कि नागपुर हिंसा का कारण छावा फिल्म है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। छावा फिल्म ने औरंगजेब के खिलाफ लोगों के गुस्से को भड़का दिया है। फिर भी, सभी को महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए। अगर कोई दंगा करता है, तो हम जाति या धर्म की परवाह किए बिना कार्रवाई करेंगे।
इसी क्रम में महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति और विपक्ष विधानसभा परिसर में आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के विधायकों को एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाये। शिवसेना नेताओं ने औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, विपक्ष ने दंगों के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया। विपक्ष का कहना है कि महायुति सरकार के कुछ मंत्रियों के बयानों के कारण महाराष्ट्र में स्थिति बिगड़ रही है। हालांकि, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने कुछ लोगों पर मुगल सम्राट औरंगजेब का महिमामंडन करने का आरोप लगाया। (एजेंसियां)