हैदराबाद: ट्रैफिक चालानों से तेलंगाना सरकार का खजाना भर रहा है। लक्ष्य के साथ ड्यूटी पर तैनात पुलिस सरकारी खजाने में करोड़ों रुपये जमा कर रहे हैं। पिछले चार सालों में वाहन चालकों पर कुल 2,220 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। जबकि 6.18 करोड़ मामले दर्ज किए गए। पिछले साल 2,22,55,363 मामले दर्ज किए गए और 877 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। तेलंगाना में हेलमेट नियम से लेकर ड्रंक एंड ड्राइव और ओवर स्पीड के साथ कुल 18 कैटेगरी में के तहत केस दर्ज किये जा रहे हैं। इसके लिए यातायात और कानून व्यवस्था पुलिस मिलकर विशेष अभियान चला रहे हैं।
सबसे अधिक मामले
तेलंगाना पुलिस बिना हेलमेट, सिग्नल जंपिंग, स्टॉप लाइन क्रॉसिंग, सेल फोन ड्राइविंग, गलत साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, ओवर स्पीडिंग, खतरनाक ड्राइविंग, माइनर ड्राइविंग, सीट बेल्ट और बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर रही है। इसमें हर साल पहले स्थान पर हेलमेट उल्लंघन के मामले शामिल है। दूसरे स्थान पर तेज रफ्तार और तीसरे स्थान पर ट्रिपल राइडिंग के मामले दर्ज किये जा रहे हैं। ऐसे चालानों का डेटा टीएस पुलिस वेबसाइट और टीएस पुलिस टैब में फीज किया जा रहा है। इसके साथ ही यातायात प्रवर्तन (वाहन जांच) समय के दौरान लंबित चालान वाले वाहनों को सीज किया जा रहा है। चालान की आधी राशि का भुगतान होने तक वाहनों को नहीं छोड़ा जा रहा है।
शराब पीकर वाहन चलाने पर चार्जशीट
शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में पुलिस गंभीर कार्रवाई कर रही है। पिछली बार रात 10 बजे के बाद स्पेशल ड्राइव चलाते थे। लेकिन अब 8 बजे से स्पेशल ड्राइव चला रहे हैं। उन वाहन चालकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किये जा रहे हैं, जिनके ब्लड में अल्कोहल की मात्रा (बीएसी) का स्तर 30 मिलीग्राम से ऊपर है। काउंसलिंग कराकर कोर्ट में पेश किया जा रहा है। ऐसे मामलों में पकड़े जाने वालों पर अदालतें 10,000 रुपये तक का जुर्माना लगा रही हैं। इसके अलावा, जेल की सजा और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जा रहा है। इस तरह तेलंगाना में दर्ज मामलों में ग्रेटर हैदराबाद के तीन कमिश्नरेटों में सैकड़ों करोड़ रुपये जुर्माना वसूला जा रहा है।