हैदराबाद: ग्रेटर के चारों ओर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। हैदराबाद, रंगारेड्डी और मेडचल जिलों में हर दिन कोविड के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। सैकड़ों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। मगर अधिकारियों ने कोई नियंत्रण का उपाय नहीं किया है। जीएचएमसी के अधिकारियों ने एक महीने पहले कहा था कि सर्कल-वार आइसोलेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। मगर अब तक आवश्यक सुविधाएं/इंतजाम नहीं किये हैं।
रोजाना हजार कोरोना
वायरस नियंत्रण के लिए आवश्यक दवाइयां, बिस्तर और किट उपलब्ध नहीं कराए हैं। ग्रेटर में दर्ज अधिकांश मामले जीएचएमसी के भीतर ही हो रहे हैं। संक्रांति पर्व के बाद ग्रामीण इलाकों में दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। इसके चलते लोग भयभीत हैं। एक सप्ताह से जीएचएमसी में रोजाना हजार कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। फिर भी मार्केट और शॉपिंग मॉल में भीड़भाड़ कम नहीं हो रही है।
उदास बल्दिया
इससे पहले मेयर और कमिश्नर ने ऐलान किया कि बल्दिया तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार हैं। लेकिन शहर में एक महीन से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, मगर कोई नियंत्रण उपाय लागू नहीं किये हैं। घोषणा की गई कि 30 सर्कल में आइसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे। लेकिन अब तक एक सेंटर भी उपलब्ध नहीं है।
कंटाइनमेंट जोन
पिछले साल बनाए गए आइसोलेशन सेंटरों में सुविधा उपलब्ध कराने के आदेश दिये गये। मगर अब तक किसी एक सेंटर में बेड नहीं लगाए गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगर मामले और बढ़े तो स्थिति और खराब होने की स्थिति है। कोविड जांच केंद्रों और वैक्सीन केंद्रों पर कोई भी सावधानी बरती नहीं जा रही है। जिस क्षेत्रों में मामले आ रहे हैं, उस क्षेत्रों में कीटाणुशोधन का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। पिछली बार की तरह इस बार कंटाइनमेंट जोन स्थापित नहीं किये हैं। फिर भी साइड ट्रैफिक भी बंद नहीं कर रहे हैं।