हैदराबाद: तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा ने पर्यावरण की रक्षा के लिए केवल सरकार ही नहीं, बल्कि हर नागरिक को जिम्मेदारी से काम करने का आह्वान किया है। रविवार को मुख्य न्यायाधीश ने प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश राव के साथ नामपल्ली गगनविहार में राज्य प्रदूषण नियंत्रण अपीलीय प्राधिकरण के नये कार्यालय का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति सतीश चंद्र ने सभा को संबोधित किया।
न्यायमूर्ति सतीश चंद्र ने कहा, “जब मैं मध्य प्रदेश में था, तब मैंने हुसैन सागर के बारे में बहुत कुछ सुना था। जब मैं पहली बार हैदराबाद आया था तो हुसैन सागर को देखने गया। मगर मैं वहां पर पांच मिनट भी नहीं रुक सका। साथ ही हाई कोर्ट के पास मूसी नदी को देखकर पहले लगा कि यह सीवर है। लेकिन मैं तब चौंक गया जब मेरे ड्राइवर ने मुझे बताया कि यह मूसी नदी है।”
जस्टिस ने आगे बताया,”एक दिन हवाई अड्डे के रास्ते जाते समय कुछ लोग बैग में कचरा लाकर सड़क के किनारे फेंक दिये थे। मेरे बेटे ने कार रोक दी थी और कचरा को डस्टबिन में डाल दिया।”
न्यायमूर्ति ने यह भी कि मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को पांच बार स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है। वहां के जिलाधीश के साथ अनेक अधिकारी फुटपाथ पर दोपहर का भोजन किया। उन्होंने पुलिस के साथ-साथ अधिकारियों से नदियों, झीलों और आसपास के क्षेत्रों को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का सुझाव दिया। प्रधान न्यायाधीश ने निवेदन किया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर प्राधिकरण सदस्य सचिव नीतू कुमारी प्रसाद, महाधिवक्ता बीएस प्रसाद अन्य उपस्थित थे।