हैदराबाद : तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग (Telangana Health Department) डॉ जी श्रीनिवास राव ने कहा कि राज्य में कोविड का दूसरा चरण फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन अभी पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आया है। चेतावनी दी कि दूसरे चरण में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) तेज से फैल गया है। तेजी से फैलने वाला यह वेरिएंट देखते ही देखते घेर लेता है। कोविड नियमों के उल्लंघन किये जाने पर कोरोना थर्ड वेव में फंस जाने का खतरा है।
उन्होंने आगाह किया कि यह मान लेना अनुचित होगा कि कोरोना का दूसरा चरण समाप्त हो गया है। बिना मास्क पहने अपनी मर्जी से समूह में घूमना-फिरना अच्छी बात नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आम लोग और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।
इसी क्रम में चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ के रमेश रेड्डी ने कहा, “देश में कोरोना का पहला चरण लगभग 8 महीने तक रहा है। इस दौरान हर दिन अधिकतम एक लाख कोरोना के मामले दर्ज किए गए। दूसरे चरण में केवल 3 महीने में तेजी आई और एक दिन में अधिकतम 4 लाख मामले दर्ज किए गए। डेल्टा वेरिएंट से लाखों लोग संक्रमित हो गये और सैकड़ों लोगों की जाने चली गई हैं।”
उन्होंने कहा, “अभी भी हर दिन 35-40 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। भारत में पहली बार पता चल चुके डेल्टा वेरिएंट अब दुनिया के 115 से अधिक देशों में फैल चुका है। केरल में 10 हजार से अधिक मामले और महाराष्ट्र में 8 हजार से अधिक मामले दर्ज किये जा रहे हैं। तेलंगाना के कुछ मंडलों और गांवों में वायरस तांडव मचा रहा है। कोविड का दूसरा चरण अगले 2-3 महीने तक जारी रहेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “‘प्रतिबंधों में ढील के बाद लोग अपनी निजी, पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों से मुंह मोड़कर मनमाने ढंग से घूम-फिर रहे हैं। त्योहार आते-जाते रहते हैं। प्राण (जान) दोबारा नहीं आते हैं। कोरोना महामारी से पूरी तरह बाहर निकलने तक हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। मास्क घर के अंदर और बाहर भी पहनना चाहिए। क्योंकि कोरोना हवा से भी फैलता है। यह वायरस हमारे साथ एक-दो साल तक रह सकता है।”
तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने आगे कहा, “इस मामले को लेकर नेताओं को जिम्मेदारी से रहना चाहिए। हां यह सच है कि पदयात्रा, धरना कार्यक्रम, जनसभा का आयोजन करना लोकतंत्र में राजनीतिक पार्टियों का अधिकार है। लेकिन क्या आपके साथ आने वाले कितने लोग मास्क पहने हैं? सावधानियां बरती रहे हैं या नहीं? यह देखने की जिम्मेदारी भी नेताओं की है। हमें दो महीने पहले ऑक्सीजन और बेड के लिए बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ा था? यह सब कुछ भूलकर कार्य करें तो कैसे चलेगा? इस संदर्भ में जिन लोगों ने टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें बेहद सावधानी से रहने की जरूरत है।”