हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने 8,000 करोड़ रुपये कर्ज लेने के लिए एक बार फिर आरबीआई से आवेदन किया। इसमें से 2,000 करोड़ मंगलवार को लेगी। 1,000 करोड़ रुपये इस महीने के आखिर में लेने वाली है।
आपको बता दें कि केसीआर की सरकार ने 10 अगस्त को 2,000 करोड़ रुपये और 24 अगस्त को एक हजार करोड़ रुपये, 7 सितंबर को 2,000 हजार करोड़ रुपये कर्ज लिया है। इसी वित्तीय वर्ष के पहले 3 महीने अप्रैल, मई और जून महीने में प्रदेश सरकार ने आरबीआई से 8,000 करोड़ रुपये कर्ज लेने के लिए आवेदन किया है। अर्थात इन तीन महीने में तेलंगाना सरकार ने लगभग 16,000 करोड़ रुपये कर्ज लिया है। केवल जून महीने में ही 10,000 हजार करोड़ कर्ज लिया है।
इसी क्रम में अधिकारियों ने बताया कि इस बार भी सरकार आवेदन कर चुके कर्ज से और अधिक कर्ज लेने की संभावना है। कर्मचारियों के नये पीआरसी के अनुसार बढ़ाये गये वेतन, लिये गये कर्ज का ब्याज भुगतान किश्त के लिए अधिक भार पड़ रहा है। दूसरी ओर दलित सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री द्वारा जिलों के दौरे के दौरान दिये गये आश्वासन और अन्य भार भी इसमें शामिल है।
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सूत्र यह भी बताते है कि तेलंगाना सरकार इस वित्त वर्ष में लगभग 47,500 करोड़ रुपये कर्ज लेने का फैसला किया है। साथ ही केसीआर की सरकार ने केंद्र से कर्ज की सीमा को 4 फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने का आग्रह किया है। ताकि वह उम्मीद से ज्यादा कर्ज ले सके। तेलंगाना आने के बाद से अब तक बिना FRBM परिधि के निगमों की स्थापना करके सभी प्रकार से केसीआर की सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर्ज किया है।