हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने गुरुवार को बेंगलुरु में पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री कुमार स्वामी से मुलाकात की। बैठक के बाद केसीआर ने मीडिया से बात करते हुए दिलचस्प टिप्पणी की। केसीआर ने कहा कि कि राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव एक सच्चाई है और दो-तीन महीनों में हड़कंप मचाने वाली खबर दी जाएगी।
केसीआर ने कहा कि कांग्रेस या भाजपा कोई भी आये देश का भला नहीं होगा। उज्ज्वल भारत बनाना ही मेरा लक्ष्य है। केसीआर ने कहा कि भारत के पास पर्याप्त मानव संसाधन हैं और देश के पास एक विशाल युवा शक्ति है। केंद्र सरकारों ने अब तक इस शक्ति का ठीक से इस्तेमाल नहीं किया है।
मालूम हो कि केसीआर पिछले कुछ समय से बीजेपी और गैर-कांग्रेसी गठबंधन के लक्ष्य को साकार करने में जुटे है। इसी के तहत केसीआर भाजपा के साथ राजनीतिक मतभेद को जारी रखते हुए विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं।
सीएम केसीआर और प्रधानमंत्री मोदी के बीच की दूरी
तेलंगाना के सीएम केसीआर और प्रधानमंत्री मोदी के बीच की दूरी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हैदराबाद दौरे ने एक बार फिर यह दूरी स्पष्ट दिखाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दोपहर 1.30 बजे हैदराबाद पहुंचे। प्रोटोकाल के मुताबिक प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री केसीआर को आना चाहिए था। मगर मोदी के यहां कदम रखने से पहले वे बेंगलुरू के दौरे पर निकल गये। प्रधानमंत्री के हैदराबाद छोड़ने के बाद केसीआर के हैदराबाद लौट आने वाले हैं। अब इस मुद्दे पर तेलंगाना की राजनीतिक गलियारों में जोरदार बहस हो रही है।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम केसीआर के बीच की दूरी पहले से ही बढ़ चुकी है। 5 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी मुच्चिंतल में समता मूर्ति प्रतिमा अनावरण समारोह में पहुंचे। मगर केसीआर समारोह में शामिल नहीं हुए। मंत्री केटीआर ने बाद में खुलासा किया कि उन्हें पीएमओ से संदेश मिला कि सीएम केसीआर इसमें शामिल न हो।
मंत्री केटीआर के बयान का केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने खंडन भी किया। समता मूर्ति के शिला फलक पर केसीआर का नाम नहीं था। इसके चलते मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करने नहीं आये और ना ही विदाई देने पहुंचे थे। इसके बाद से ही पीएम और सीएम के बीच दूरी बढ़ती चली जा रही है। इसके बाद से मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मिलने की कोई कोशिश नहीं की। अब प्रधानमंत्री हैदराबाद आये, मगर सीएम केसीआर उसे भी नजरअंदाज कर दिया।