हैदराबाद : नगर के लोगों के लिए यह एक अच्छी और बड़ी खबर है। रूस में निर्मित स्पुतनिक-वी टीकाकरण हैदराबाद में शुरू हो गया है। जुबली हिल्स स्थित अपोलो अस्पताल में पहली खुराक डॉ रेड्डीज लैब्स फार्मा के एक कर्मचारी को दी गई। वर्तमान में हमारे देश में रेड्डीज लैब्स की ओर स्पुतनिक टीका प्रयोग के तौर पर दिया जा रहा है। इसी के तहत अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने स्पुतनिक-वी उत्पादन कंपनी के साथ समझौता किया है।
अपोलो की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने बताया कि रेड्डीज लैब्स द्वारा पहली बैच में आयात किया गया स्पुतनिक-वी के 1.50 लाख खुराक दिये जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक महीने में कुल 10 लाख खुराक आने वाली हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे नेटवर्क की ओर से प्रदेश भर में टीकाकरण केंद्र स्थापित किये जाएंगे और वैक्सीनेशन प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।
रेड्डीज लैब्स ब्रांडेड मार्केट्स के सीईओ एमवी रमना ने कहा, “पहला बैच टीका को हैदराबाद और विशाखापट्टणम में प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है और जल्द ही दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, अहमदाबाद, चेन्नई और कोलकाता में लॉन्च किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि भारत में उतरने वाला पहला विदेशी वैक्सीन स्पुतनिक-वी कोरोना पर मात करने वाला है।
दुनिया में सबसे पहले उत्पादित कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-वी है। रूस साल 2020 के मध्य से स्पुतनिक-वी वैक्सीन का उपयोग कर रहा है। रूसी विशेषज्ञों का दावा है कि वैक्सीन कोरोना के नए वेरिएंट के लिए अच्छा काम करती है। रूस भारत को स्पुतनिक-वी वैक्सीन की एक साल में 8.5 करोड़ डोज देने को तैयार हुआ है। अन्य देशों को भी दे रहा है।
भारत में रेड्डीज लैबोरेट्रीज जुलाई से इस वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगा। इसी बीच रूस से वैक्सीन आएंगे। यह सिंगल डोज वैक्सीन है। इसे एक बार लेना है। 12 अप्रैल को स्पुतनिक-वी को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी। इस वैक्सीन को जल्द ही भारत में सबसे अधिक उत्पाद किया जाएगा।