हैदराबाद : मैं मुश्किल में हूं। सर मेरी मदद कीजिए। इतनी बात कहना ही देर। मैं हूं कहते हुए मदद के लिए आगे आते हैं सोनू सूद। कोरोना वायरस महामारी के समय सोनू सूद एक मसीहा बनकर सामने आये हैं। फिल्मों में विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद असल जिंदगी में रियल हीरो बन गए हैं। जो कोई भी मदद की गुहार लगाई, उसे सहायता करने सोनू आगे आये और मदद करते जा रहे हैं।
सोनू सूद ने पिछले साल कोरोना के समय लगाए गए लॉकडाउन के समय करीब से लाखों लोगों की मदद की। हजारों प्रवासी श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचाया। गांव पहुंचने के बाद प्रवासी श्रमिक सोनू सूद को भगवान के रूप में पूजे जाने लगे। बसों, ट्रेनों से लेकर विमानों के जरिए प्रवासी श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचाया। इस तरह सोनू ने लाखों लोगों के दुखों को दूर किया है। सोनू सूद क्षेत्र, प्रांत, भाषा, जाति, धर्म बिना किसी भेदभाव के पूरे देश में मदद कर रहे हैं। सोनू सूद की सेवाओं की चारों ओर सराहना हो रही है। ऐसे रियल हीरो ने शनिवार को एनटीआर ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक वेबिनार में भाग लिया और अपने अनुभवों को साझा किया।
आधी रात को उसने चंद्रबाबू को फोन करके जगाया
इस अवसर पर सोनू सूद ने तेलुगु देशम पार्टी के नेता और आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू की प्रशंसा की। साथ ही कोरोना के पहले चरण के दौरान चंद्रबाबू के साथ हई एक घटना का उल्लेख किया। सोनू ने बताया कि कोरोना पहले चरण के दौरान एक दिन आधी रात को उसने चंद्रबाबू को फोन करके जगाया था। आधी रात को एक मरीज को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए उसने चंद्रबाबू की मदद मांगी थी। उसने बताया कि उस रात को चंद्रबाबू की ओर से व्यक्त की गई प्रतिक्रिया को कभी नहीं भूल पायेंगे।
हमें इंसान पर सहानुभूति दिखाने के लिए आगे आना चाहिए
साथ ही सोनू सूद ने कहा कि हमें इंसान पर सहानुभूति दिखाने के लिए आगे आना चाहिए और अपने बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को महंगी कार खरीदकर देने के बजाय दूसरों की मदद करने के लिए सिखाना चाहिए। कोरोना का पहला चरण और दूसरा चरण अलग नहीं है। पहले चरण में आई दिक्कतें, दूसरे चरण में और जटिल बना दिये हैं। सोनू ने कहा कि पहले चरण में लगाए गए लॉकडाउन के कारण कई लोग बेरोजगार हो गये और उनकी आर्थिक स्थिति बिकट हो गई। कोरोना के दूसरे चरण में लोग जिस समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उसके बीज पहले चरण में पड़े थे।
रोजगार और सर्जरी करवाई हैं…
सोनू सूद ने कहा कि कोरोना के कारण कईं लोग रोजगार और शिक्षा से वंचित रह गए और उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। हमने अपने फाउंडेशन के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने की कोशिश की है। 2 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं और 2,400 लोगों की सर्जरी करवाई हैं। उन्होंने बताया कि दोनों तेलुगू राज्यों सहित अन्य राज्यों में 18 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। सोनू सूद ने कहा कि चंद्रबाबू की बातें मुझ में जोश भर दिया है।
चंद्रबाबू की दूरदर्शिता के कारण…
सोनू सोदू ने कहा, “मैं फिल्मों की शूटिंग के लिए कई बार हैदराबाद आया हूं। मैं यहां की मूलभूत सुविधा और शहर की सुंदरता से प्रभावित हुआ हूं। चंद्रबाबू मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान शहर काफी विकसित हुआ। यह सब उनकी दूरदर्शिता के कारण संभव हो पाया है। मैं हमेशा अपने सह-कलाकारों को उनके विजन के बारे में बताते रहता हूं।”
मेरी पत्नी गोदावरी जिले की रहने वाली है…
सोनू सूद ने कहा कि उनकी पत्नी आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले की रहने वाली हैं। मेरे लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दो मकान की तरह हैं। उन्होंने कहा कि जाति, धर्म और क्षेत्र के भेदभाव को भुलाकर कोरोना महामारी के काल में कई लोगों की सेवा करने का मुझे मौका मिला है। इसके लिए मैं भाग्यशाली मानता हूं। इस दौरान कई लोगों ने मेरी सहायता की है।
चंद्रबाबू ने की सोनू सूद की तारीफ…
इस अवसर पर टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू ने कहा कि लॉकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक वापस पहुंचाने के लिए सोनू सूद ने जो कार्य किया है वह अभूतपूर्व है। चंद्रबाबू ने कहा, “चित्तूर जिले के मदनपल्ले इलाके में एक किसान द्वारा खेत में अपने बच्चों के जरिए हल जोतने का दृश्य कई लोगों को विचलित किया था। सोनू सूद ने उस किसान को ट्रैक्टर दिया है। उस वक्त मैंने सोनू सूद से फोन पर बात की थी।”
रियल हीरो को देखकर हमें गर्व हैं…
चंद्रबाबू ने कहा, “रियल हीरो को देखकर हम सभी को गर्व होना चाहिए। सोनू को देखकर अनेक लोग उनसे प्रभावित हो रहे हैं और लोगों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं। एनटीआर ट्रस्ट भी सोनू सूद के साथ काम करने को तैयार है।” इस दौरान चंद्रबाबू ने सोनू सूद से कहा कि हम एक बार जल्द मिलेंगे। सोनू सूद ने उनसे मिलने की बात को मान लिया है।