हैदराबाद: टीएसआरटीसी मिधानी डिपो में काम करने वाले ड्राइवर वेंकन्ना को डिपो मैनेजर ने हाल ही में कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस का सारांश है- “एक सुपर लग्जरी बस चलाने वाले आप अप्रैल में 102 लीटर डीजल अतिरिक्त का उपयोग किया है। अगर इसका कारण नहीं बताया गया तो उस डीजल के बराबर की राशि यानी 10,710 रुपये आपके वेतन से काटा जाएगा।”
कारण बताओ नोटिस से सभी आरटीसी कर्मचारी दंग रह गये। कर्मचारियों ने सवाल किया कि इन साढ़े पांच साल में वेतन तो नहीं बढ़ाया और अब पर जुर्माना कैसे लगाते है? मिधानी डिपो प्रबंधक की ओर से दिये गये कारण बताओ नोटिस से अब वाहन चालक परेशान हैं। दरअसल, सुपर लग्जरी बस का माइलेज प्रति लीटर 5.20 किलोमीटर देना आरटीसी बस का लक्ष्य है। मगर ड्राइवर वेंकन्ना ने पिछले महीने में 4.64 किमी के माइलेज के साथ बस चलाई।
कर्मचारियों का कहना है कि पुराने बस 4.64 किमी माइलेज के हिसाब से चलाना बहुत अच्छी बात है। सात साल से आरटीसी में नई बसों की खरीद नहीं हुई है। नियमों के मुताबिक 15 लाख किलोमीटर की दूरी पार करने वाली बसों को अलग रखा जाना चाहिए। लेकिन आरटीसी प्रबंधन इसे नजरअंदाज करते है और फिटनेस प्रमाणपत्र ले आकर बसों को चलाने पर मजबूर करते है।
उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर में ट्रैफिक जाम को देखते हुए सुपर लग्जरी बस का माइलेज प्रति लीटर डीजल 4.5 से 5 किमी से ज्यादा नहीं होती है। वही सुपर लग्जरी बस अगर दूर-दूर तक जाती है तो 5-5.5 किमी तक माइलेज देती है। हैदराबाद शहर में पुराने सुपर लग्जरी बस 4.64 किमी का माइलेज आना बहुत बड़ी बात है और ड्राइवर पूरी तरह से सक्षम है।
सवाल किया कि ड्राइवरों के वेतन में कटौती करने वाले प्रबंधन यदि कल कंडक्टर कम कलेक्शन लेकर आये तो घाटे के नाम पर क्या उसकी भी सैलरी में कटौती करते है? हर दिन 12-14 घंटे काम करते हुए संस्था के विकास में योगदान देने वाले कर्मचारियों को इस तरह परेशान करना चिंता का विषय है।