शब्दों के जादू से बंधी प्रीत की डोर
संपर्क ने खुशी के साथ मनाया रक्षाबंधन का त्योहार
– रेनू शब्द मुखर
जयपुर: संपर्क साहित्य संस्थान द्वारा रक्षाबंधन की पावन त्योहार पर प्रीत की डोर काव्य संध्या आयोजित की गई जिसमें देशभर से कवयित्रियों ने राखी के पावन त्योहार पर भाई के प्रति अपने प्यार को शब्दों की अभिव्यक्ति दी।
डॉ. नीतू तातेड़ ने प्रभावी मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम का आगाज किया। डॉ. आरती भदोरिया ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अध्यक्ष अनिल लढ़ा ने इस कार्यक्रम को अभूतपूर्व बताते हुए अपनी सभी बहनों को आशीर्वाद दिया व उन सबका स्नेह संपर्क के लिए बेमिसाल बताया।
महासचिव समन्वयक रेनू शब्द मुखर ने संपर्क की यात्रा में संपर्क सदस्यों को परिवार का हिस्सा बताते हुए कहा कि 2018 को रोपा हुआ संपर्क साहित्य रूपी पौधा आज वटवृक्ष बनकर अपनी अलौकिक आभा से चंहु ओर आप सभी को इस स्पन्दित कर रहा है।
काव्य गोष्ठी में मीनाक्षी मेनन होशियारपुर पंजाब, डॉ. सूरज माहेश्वरी जोधपुर, आशा शर्मा पुणे ,शशि मुंदडा अहमदाबाद, डॉ. स्वाति गुप्ता हैदराबाद, मोना बग्गा हजारीबाग, नीलम वंदना भोपाल, गरिमा भाटी नोएडा, नीलम वंदना भोपाल, संगीता गुप्ता जयपुर, लक्ष्मी भारती ने अपने भाई को समर्पित प्रेम और निष्ठा की चाशनी में शब्दों को लपेटकर भाई के प्रति प्रेम और विश्वास प्रकट कर सभी को भावुक कर दिया।
कार्यक्रम में गरिमा चंडीगढ़, नेहा पारी जयपुर, सुधांशु शाह, सलोनी क्षितिज रस्तोगी सौरभ शुक्ला, पूर्ति खरे, इंदिरा बलवा ने जुड़कर साहित्यिक आयोजन में हिस्सा लिया।